Bilaspur News: भाजपा नेता केवल मांग उठाने का काम करते, सहयोग का नहीं: मंत्री राजेश धर्मानी
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2371159

Bilaspur News: भाजपा नेता केवल मांग उठाने का काम करते, सहयोग का नहीं: मंत्री राजेश धर्मानी

Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश में मंत्री राजेश धर्मानी ने उपायुक्त कार्यालय बिलासपुर परिसर स्थित बचत भवन में जिला मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट की गवर्निंग काउंसिल व 20 सूत्रीय कार्यक्रम की बैठक की.

Bilaspur News: भाजपा नेता केवल मांग उठाने का काम करते, सहयोग का नहीं: मंत्री राजेश धर्मानी

Bilaspur: हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्मानी ने अपने बिलासपुर दौरे के दूसरे दिन उपायुक्त कार्यालय बिलासपुर स्थित बचत भवन में जिला मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट की गवर्निंग काउंसिल व 20 सूत्रीय कार्यक्रम की बैठक की अध्यक्षता की.

वहीं, इस दौरान बिलासपुर सदर विधायक त्रिलोक जमवाल, उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे. वहीं कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि बिलासपुर जिला के लिए तीन AC एम्बुलेंस खरीदने की स्वीकृति प्रदान की गई, जिसमें बिलासपुर, पंजगाई व घुमारवीं शामिल है. इन एम्बुलेंस के जरिए मरीजों को अच्छी कंडीशन में अस्पताल में पहुंचाया जा सके. 

वहीं, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर द्वारा आपदा पीड़ितों को 7 लाख रुपये दिए जाने के बयान पर कैबिनेट मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि भाजपा नेता केवल मांग उठाने का काम करते हैं जबकि केंद्र में एनडीए की सरकार के बनने में हिमाचल प्रदेश की जनता का भी सहयोग रहा है, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा बीते साल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर 9 हजार करोड़ के नुकसान की एवज में केवल आश्वासन ही दिया गया है जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा इस बार भी आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा कर पीड़ितों को 50 हजार की फौरी राहत दी गयी है. 

वहीं, जब तक उनके घर नहीं बन जाते तब तक 5 हजार रुपये प्रतिमाह किराया देने का प्रावधान किया है.  राजेश धर्मानी ने पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल पर निशाना साधते हुए भाजपा नेताओं द्वारा जिंदगीभर पाप करने के बाद गौदान जैसा कदम उठाने का आरोप लगाया है. राजेश धर्मानी का कहना है कि पूर्व भाजपा सरकार ने साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल के दौरान अपने दायित्वों को निभाने में असफल साबित हुए और चुनाव नजदीक आते देख गैर जिम्मेदाराना फैसले लेकर सत्ता पाने की कोशिश की मगर जनता ने इसका जबाव उन्हें दिया और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाई. 

उन्होंने कहा कि साल 2003 से 2024 तक शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 4 लाख छात्रों की कमी देखने को मिली है जबकि संस्थानों की संख्या दोगुनी हो गई है. साथ ही क्वालिटी एजुकेशन में हिमाचल प्रदेश 21वें पायदान पर आ खड़ा हुआ है, जिसकी जिम्मेदार पूर्व भाजपा सरकार है और वर्तमान कांग्रेस सरकार अब सुधारात्मक कदम उठा रही है और बेहतरीन सेवाएं देने के लिए कृत संकल्प है.

रिपोर्ट- विजय भारद्वाज, बिलासपुर

Trending news