Himachal Pradesh में हुई भारी बारिश के बाद जल शक्ति विभाग को हुआ करोड़ों का नुकसान
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Himachal Pradesh में हुई भारी बारिश के बाद जल शक्ति विभाग को हुआ करोड़ों का नुकसान

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में कई दिनों से बारिश हो रही है, जिसकी वजह से यहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसका असर प्रदेश की पेयजल व सीवरेज की योजनाओं पर भी पड़ रहा है. 

 

Himachal Pradesh में हुई भारी बारिश के बाद जल शक्ति विभाग को हुआ करोड़ों का नुकसान

समीक्षा कुमारी/शिमला: हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को 1411 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. प्रदेश के जल शक्ति विभाग सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि यह नुकसान काफी बड़ा है, जिससे उबरने में समय लगेगा. उन्होंने कहा कि विभागीय अमला फील्ड में है. जनता को पीने के पानी की कमी नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यह रिकॉर्ड है कि अभी तक 4623 योजनाएं रिस्टोर कर दी गई हैं, जिनसे लोगों को पानी मिल रहा है.

जल शक्ति विभाग को हुआ भारी नुकसान- अमिताभ अवस्थी
अमिताभ अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में जहां सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू, मंडी क्षेत्र को हुआ है. वहीं, पानी की सप्लाई भी सुचारू रूप से शुरू हो चुकी हैं. हालांकि जो शिमला का ऊपरी क्षेत्र है वहां अभी पानी की सप्लाई देने में थोड़ी देरी हो रही है, लेकिन जल्द ही वहां भी पेयजल व्यवस्था सुचारू रूप से चलाई जाएगी. अमिताभ अवस्थी ने कहा कि कई वर्षों बाद हिमाचल में इस तरह की आपदा आई है और इससे जल शक्ति विभाग को काफी नुकसान हो चुका है.

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जल प्रलय में योजनाओं को बहाल करना प्राथमिकता- अमिताभ अवस्थी
अमिताभ अवस्थी ने कहा कि इस समय विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा की जा रही कठिन परिस्थितियों में पेयजल व सीवरेज की योजनाओं की बहाली के कार्यों की सराहना करता हूं. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि जल प्रलय में योजनाओं को बहाल करना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं उन्हें सम्मान दिया जाएगा.

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जल विभाग की 5203 पेयजल योजनाएं हुईं प्रभावित
इसके साथ ही कहा कि इस समय पेयजल की अधिकतर योजनाओं को नुकसान हुआ है. ऐसे में पेयजल योजनाओं को जल्द रिस्टोर करना अपने आप में चुनौतीपूर्ण कार्य है. विभाग की 5203 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं जबकि 1237 सिंचाई की योजनाएं प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा 155  सीवरेज की योजनाएं प्रभावित हुई है और 101 बाढ़ नियंत्रण के कार्यों को नुकसान हुआ है.

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