Himachal Pradesh में नशे की रोकथाम के लिए समाज की सक्रिय भागीदारी जरूरी: कुलदीप पठानिया
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Himachal Pradesh में नशे की रोकथाम के लिए समाज की सक्रिय भागीदारी जरूरी: कुलदीप पठानिया

Nurpur News: विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया रविवार को नूरपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ठेहड़ के गांव गतला पहुंचे. यहां उन्होंने साल 2018 के बस हादसे में जान गवाने वाले बच्चों की स्मृति में बनने वाले स्मारक का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कहा...

Himachal Pradesh में नशे की रोकथाम के लिए समाज की सक्रिय भागीदारी जरूरी: कुलदीप पठानिया

भूषण शर्मा/नूरपुर: विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया रविवार को नूरपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ठेहड़ के गांव गतला में साल 2018 के बस हादसे में जान गवाने वाले बच्चों की स्मृति में बनने वाले स्मारक का शिलान्यास करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में नशे की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने व्यापक अभियान चलाया है. इसे सफल बनाने के लिए समाज की सक्रिय भागीदारी जरूरी है. 

उन्होंने कहा कि जब नौजवान खेल क्षेत्र में आगे आएंगे और खेलों को बढ़ावा देंगे तभी हमारा समाज सशक्त बनेगा. युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए खेलों को बढ़ावा देना जरूरी है. ग्रामीण स्तर पर खिलाड़ियों की खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए प्रदेश सरकार खेलों के लिए अधोसरंचना विकसित पर हर संभव प्रयास कर रही है.

उन्होंने इस दौरान यहां बन रहे चिल्ड्रेन पार्क और खेल मैदान के निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लेते हुए, इसके निर्माण में हर संभव सहयोग करने की बात कही. जागृति चैरिटेबल ट्रस्ट, ग्राम पंचायत ठेहड़ और बाबा कियालु मंदिर समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा रखी गई मांगों को स्वीकार करते हुए स्मारक तक सड़क निर्माण और चिल्ड्रेन पार्क की बाउंड्री वॉल बनवाने की बात कही. उन्होंने यहां बच्चों की समृति में जागृति चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए 2 लाख 50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि भविष्य में भी संस्था द्वारा बच्चों के लिए किए जाने वाले कार्यों के लिए सरकार हर संभव सहयोग प्रदान करेगी.

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कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि प्रदेश के बच्चों की शिक्षा और समग्र विकास को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने हाल ही में इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना की शुरुआत की है. इसके साथ ही कहा कि सरकार ने अपने दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के अवसर पर प्रदेश के 5145 लाभार्थियों को 1.38 करोड़ रुपये वितरित कर इस योजना का शुभारंभ किया. इस योजना का उद्देश्य विधवाओं, निराश्रित महिलाओं, तलाकशुदा महिलाओं और दिव्यांग अभिभावकों के 23 हजार बच्चों की शिक्षा को सुनिश्चित करना है.
 
उन्होंने कहा कि योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को 18 वर्ष से कम की आयु के बच्चों के लिए 1 हजार रुपये प्रतिमाह और उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है. इसके अतिरिक्त, स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा या व्यावसायिक पाठयक्रमों में प्रवेश पाने वाले बच्चों को ट्यूशन और छात्रावास का खर्च वहन करने के लिए भी सरकार वित्तीय सहायता प्रदान करेगी. इस योजना के लिए 53.21 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रावधान रखा गया है. इससे बाल शोषण को रोकने में सहायता मिलेगी और वंचित परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी.

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बता दें, साल 2018 में नूरपुर के गांव खवाड़ा में एक स्कूल बस हादसे में बस में सवार 23 बच्चों की जान चली गई थी, जिसमें 10 बच्चे गांव गतला के ही थे. हादसे से दहले क्षेत्र के लोगों ने दिवंगत बच्चों की स्मृति में गांव गतला में कुछ रचनात्मक कार्य शुरु किए. प्रधान ग्राम पंचायत ठेहड़ इंदु बाला ने बताया कि जागृति चेरिटेबल ट्रस्ट, ग्राम पंचायत ठेहड़ और बाबा कियालु मंदिर समिति द्वारा यहां बच्चों के लिए सामुदायिक भवन, चिल्ड्रेन पार्क, खेल मैदान और स्मारक बनाने का विचार मन में आया. उन्होंने बताया कि सामुदायिक बन कर तैयार है, वहीं खेल मैदान को बनाने का काम प्रगति पर है. उन्होंने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा आज जिस स्मारक का शिलान्यास किया गया, उस मीनार की ऊंचाई 21 फीट रहेगी और इसके माध्यम से हादसे में जान गवाने वाले सभी बच्चों को श्रद्धांजलि दी जाएगी.

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