Navratri: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायिनी की बरसेगी इन दो राशियों पर कृपा, इस मंत्र का करें जाप
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh1375466

Navratri: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायिनी की बरसेगी इन दो राशियों पर कृपा, इस मंत्र का करें जाप

Navratri 2022 Day 6 maa Katyayani: मां कात्यायिनी का स्वरूप अत्यंत भव्य और चमकीला है. मां की चार भुजाएं हैं और मां का वाहन सिंह हैं . मां कात्यायिनी ने महिषासुर नाम के असुर का वध किया था. जिस कारण से मां कात्यायिनी को दानवों, असुरों और पापियों का नाश करने वाली देवी कहा जाता है. 

Navratri: नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायिनी की बरसेगी इन दो राशियों पर कृपा, इस मंत्र का करें जाप

Navratri 2022 Day 6 maa Katyayani: नवरात्रि का शुभारंभ हो चुका है. आज यानी 1 अक्टूबर को नवरात्रि की छठवां दिन है. इस दिन मां के छठवें रुप की पूजा की जाती है. छठवें दिन मां कात्यायिनी की पूजा होती है. नवरात्रि के हर दिन मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. भक्त नवरात्रि के पूरे 9 दिन विधि-विधान के साथ माता रानी की साधना करते हैं. मान्यता है कि मां की सच्चे मन से पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

Nora Fatehi Video: नोरा फतेही ने येलो ड्रेस में बिखेरे हुस्न के जलवे, अदाएं देख फैंस बोले हाय गर्मी!

मां कात्यायिनी का स्वरूप अत्यंत भव्य और चमकीला है. मां की चार भुजाएं हैं और मां का वाहन सिंह हैं . मां कात्यायिनी ने महिषासुर नाम के असुर का वध किया था. जिस कारण से मां कात्यायिनी को दानवों, असुरों और पापियों का नाश करने वाली देवी कहा जाता है. मान्यता है कि महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति मां दुर्गा ने उनके घर पुत्री रूप में जन्म लिया. जिससे कारण ही उनका नाम कात्यायिनी पड़ा. 

Bigg Boss 16: 1 अक्टूबर से शुरू हो रहा बिग बॉस 16, हरियाणवी गाने पर होस्ट सलमान खान करेंगे डांस

बता दें, वैसे तो नवरात्रि सभी 12 राशियों के लिए शुभ है, लेकिन कन्या और मिथुन राशि के लिए आज का दिन काफी ज्यादा लाभकारी है. आज के दिन आपको हरा या पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए. आज के दिन कुंवारी कन्याओं की विशेष पूजा करने से संतान की भी प्राप्ति होती है. 

पढ़ें ये मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां कात्यायिनी रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:

पढ़ें ये आरती
जय-जय अम्बे जय कात्यायनी
जय जगमाता जग की महारानी

बैजनाथ स्थान तुम्हारा
वहा वरदाती नाम पुकारा

कई नाम है कई धाम है
यह स्थान भी तो सुखधाम है

हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी
कही योगेश्वरी महिमा न्यारी

हर जगह उत्सव होते रहते
हर मंदिर में भगत हैं कहते 

कत्यानी रक्षक काया की
ग्रंथि काटे मोह माया की

झूठे मोह से छुडाने वाली
अपना नाम जपाने वाली

बृहस्पतिवार को पूजा करिए
ध्यान कात्यायनी का धरिए

हर संकट को दूर करेगी
भंडारे भरपूर करेगी

जो भी भक्त मां को पुकारे
कात्यायनी सब कष्ट निवारे

जय जय अम्बे, जय कात्यायनी
जय जगमाता, जग की महारानी

Watch Live

 

Trending news