भोरंज विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे डा. अनिल धीमान, 2017 में टिकट न मिलने की बताई वजह
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भोरंज विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे डा. अनिल धीमान, 2017 में टिकट न मिलने की बताई वजह

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. बात करें हिमाचल की भोरंज विधानसभा क्षेत्र की तो यहां से बीजेपी से भोरंज के व‍िधायक व पूर्व श‍िक्षा मंत्री स्वर्गीय आईडी धीमान के बेटे डा. अनिल धीमान चुनावी मैदान में उतरे हैं. 

 

भोरंज विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतरे डा. अनिल धीमान, 2017 में टिकट न मिलने की बताई वजह

अरविंदर सिंह/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश की भोरंज विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस बार चुनावी मैदान में टिकट की मांग में बीजेपी से भोरंज के व‍िधायक व पूर्व श‍िक्षा मंत्री स्वर्गीय आईडी धीमान के बेटे डा. अनिल धीमान सबसे आगे चल रहे हैं. हमीरपुर में पूर्व विधायक डा. अनिल धीमान ने कहा है कि उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी के आदेशों को मानते हुए टिकट की मांग नहीं की थी, लेकिन इस बार वह पार्टी के आदेश पर ही चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. 

भोरंज विधानसभा में बीजेपी की नीतियों पर हो रहा विकास कार्य-डा. अनिल धीमान
डा. अनिल धीमान ने कहा कि इस बार भोरंज विधानसभा से भाजपा की ओर से टिकट की प्रमुख दावेदारी है. काफी समय से पूरे भोरंज विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी की नीतियों पर विकास कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र की जनता आज भी पूर्व शिक्षा मंत्री आईडी धीमान के कार्यों को भूली नहीं है इसलिए इस साल के विधानसभा चुनाव में वह भोरंज की जनता का पूरा समर्थन देने के लिए तैयार हैं. वहीं डा. अनिल धीमान ने कहा है कि वह पार्टी के शीर्ष नेताओं और जनता के कहने पर ही चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने पूरी उम्मीद जताई है कि पार्टी इस बार उन्हें टिकट जरूर देगी.

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पार्टी हाईकमान के आदेश पर 2017 में नहीं लिया था टिकट
गौरतलब है कि भोरंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार विधायक रहे स्वर्गीय आईडी धीमान के निधन के बाद छह महीने तक उपचुनाव में जीत हासिल करके उनके बेटे डा. अनिल धीमान ने ही इस क्षेत्र की सेवा की है. हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017 में भी डा. अनिल धीमान ने टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी हाईकमान के आदेशों को मानते हुए उन्होंने टिकट नहीं ली थी. 

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उस वक्त मौजूदा विधायक कमलेश कुमारी को टिकट दिया गया था. वहीं बीते 4 साल से विधानसभा में सक्रिय रहने वाले डा. अनिल धीमान ने इस बार टिकट के लिए प्रबल दावेदारी की है, जिसके चलते वर्तमान विधायक कमलेश कुमारी की चिंता की लकीरें बढ़ती नजर जा रही हैं.

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