Punjab News: कपूरथला में युवक को गाड़ी पर लादकर घुमाने और एक अध्यापक से मारपीट कर घायल करने के मामले में पुलिस ने 12 अज्ञात समेत 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. ऐसे में अब आरोपी मास्टर बलजिंदर सिंह के परिजनों ने पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़े किए हैं.
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चंदेर मरही/कपूरथला: थाना तलवंडी चौधरियां पुलिस ने एक युवक को जान से मारने की नीयत से गाड़ी से टक्कर मारने और एक व्यक्ति से मारपीट कर उसे घायल करने के आरोप में 12 अज्ञात समेत 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. साथ ही दोनों पक्षों के बयानों के आधार पर क्रॉस केस करते हुए इनके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.
इस मामले में पुलिस ने हरमनप्रीत सिंह के बयानों के आधार पर मास्टर बलजिंदर सिंह के खिलाफ धारा 323, 307, 279 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है, वहीं पुलिस ने घायल मास्टर बलजिंदर सिंह के ब्यानों पर आरोपी हरमनप्रीत सिंह निवासी गाधा सिंह टिब्बा, कंवरपाल सिंह निवासी गांव टिब्बा समेत 10-12 अज्ञात लोगों के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट करने के आरोप में धारा 323, 324, 506, 341, 427 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है. हालांकि अभी इस मामले में किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
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वहीं, इस मामले को लेकर मास्टर बलजिंदर के परिजनों का पक्ष सामने आया है. उनका कहना है कि पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई बिल्कुल गलत है. मास्टर बलजिंदर सिंह बीते काफी समय से बीमार चल रहा है. वह अपनी पत्नी के साथ स्कूल में मेडिकल सर्टिफिकेट व अन्य दस्तावेज लेकर आया था. इस बीच आरोपियों ने उस पर तेज धार हथियार से हमला बोल दिया. अपने बचाव के लिए उसने अपनी पत्नी को स्कूल के अंदर ही रहने के लिए कहा और खुद वहां से बचकर भागने लगा.
इतने में हरमनप्रीत उसकी गाड़ी पर हथियार लेकर टूट पड़ा और डर के मारे उसने वहां से गाड़ी भाग ली. हरमनप्रीत उसकी गाड़ी के बोनट पर चढ़ गया और गाड़ी के शीशे को तोड़ने लगा. इस बीच अपनी जान बचाने के लिए जब मास्टर बलजिंदर ने वहां से गाड़ी भगाई, तो हरमनप्रीत के साथी भी गाड़ी का पीछा करते हुए बलजिंदर पर पीछे से वार करने लगे.
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परिजनों ने बताया कि मास्टर बलजिंदर सिंह ने जो भी किया है अपनी जान बचाने के लिए किया है. उस पर की गई कार्रवाई सरासर गलत है. इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और हमलावरों पर शख्स से सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, अन्यथा उन्हें संघर्ष का रास्ता चुनने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
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