Panchang: शुक्रवार को है उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र और शोभन योग, जानें क्या है आज का पंचांग
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh1525706

Panchang: शुक्रवार को है उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र और शोभन योग, जानें क्या है आज का पंचांग

हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. एक माह में तीस तिथियां होती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ये दो पक्षों में विभाजित होती हैं.

Panchang: शुक्रवार को है उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र और शोभन योग, जानें क्या है आज का पंचांग

Aaj ka panchang: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. एक माह में तीस तिथियां होती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ये दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ऐसे में जानें 13 जनवरी शुक्रवार का पंचांग.  

आज की तिथि: षष्ठी (दौज)
आज का वार: शुक्रवार
आज का पक्ष: कृष्ण
आज का करण: वणिज
आज का नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी
आज का योग: शोभन

ये भी पढ़ें- हिमाचल प्रदेश में जल्द होगा शिवरात्रि महोत्सव 2023 का आयोजन, जानें क्या होगा खास?

दुष्ट मुहूर्त- 8:58 से 9:48 तक रहेगा. 
कुलिक- 8:56 से 9:32 तक रहेगा. 
कंटक- 1:16 से 2:06 तक रहेगा. 
यमघण्ट- 4:10 से 4:52 तक रहेगा. 
राहुकाल- 10:53 से 12:13 तक रहेगा. 
यमगंड- 2:53 से 4:25 तक रहेगा.
गुलिक काल- 8:17 से 9:38 तक रहेगा. 

ये भी पढ़ें- Surya Gochar 14 January: 14 जनवरी को मकर राशि में सूर्य देव का होगा प्रवेश, जानें12 राशियों पर क्या होगा असर

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय 
सूर्योदय: 7 बजकर 02 मिनट तक होगा. 
सूर्यास्त: 5 बजकर 32 मिनट तक होगा.

क्या होता है पंचांग? 
हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. एक माह में तीस तिथियां होती हैं. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ये दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ये पक्ष 15-15 दिन का होता है. एक पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या कहा जाता है जबकि दूसरे पक्ष की अंतिम तिथी को पूर्णिमा कहा जाता है. इन तिथियों को प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी और 15वें दिन यानी आखिरी दिन को पक्ष के हिसाब से अमावस्या/पूर्णिमा कहा जाता है. पंचांग इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है. पंचांग में पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण महत्वपूर्ण होते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.) 

WATCH LIVE TV

Trending news