Himachal Pradesh News: बिलासपुर स्थित शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में सुबह की आरती के साथ श्रावण अष्टमी मेले का शुभारंभ हो गया है. मेले के पहले दिन ही देशभर से भक्तों की भारी भीड़ उमड़ गई है.
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विजय भारद्वाज/बिलासपुर: देवभूमि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर में आज से श्रावण अष्टमी मेले की शुरुआत हो गई है. मेले का शुभांरभ झंडा चढ़ाने की रस्म और सुबह की आरती के साथ बड़ी धूम-धाम से हुई. 17 अगस्त से शुरू हुआ यह मेला 10 दिन तक चलेगा, जिसमें मां नैनादेवी के दर्शनों के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है.
गौरतलब है कि श्रावण मेले के उपलक्ष्य पर शक्तिपीठ श्री नैनादेवी मंदिर की सजावट पंजाब की समाजसेवी संस्थाओं द्वारा बखूबी की गई है. पंजाब के कारीगरों द्वारा रंग-बिरंगे फूलों व लाइटों से मंदिर परिसर को काफी बेहतरीन तरीके से सजाया गया है. श्रावण मेले के पहले ही दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली है. वहीं, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस प्रशासन ने हिमाचल प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशानुसार पूरी तैयारी की है.
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कोला वाला टोबा से मंदिर परिसर तक 1100 पुलिसकर्मी व होमगार्ड के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए हैं. इसके साथ ही दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के खाने पीने की सुविधा के मद्देनजर श्री नैनादेवी क्षेत्र में कई तरह के व्यंजनों को लेकर लंगर भी लगाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं को सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात के भोजन की भी पूरी व्यवस्था की गई है.
वहीं मेला पुलिस अधिकारी शिव चौधरी ने बताया कि मां नैनादेवी के दरबार में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को माता के दर्शन लाइनों में ही करवाए जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमें भी अलग से तैनात की गई हैं. शिव चौधरी ने कहा कि उन्होंने पूरी उम्मीद है कि इस बार भी श्रावण मेला सुख शांति के साथ संपन्न हो जाएगा.
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वहीं, श्री नैनादेवी मंदिर न्यास अध्यक्ष धर्मपाल ने कहा कि माताजी के दरबार में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जिला प्रशासन और मंदिर न्यास पूरी तरह से कृत संकल्प है और श्रद्धालुओं को हर तरह की सुविधाएं मिल सके, इसके लिए सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि मेले के दौरान पीने के लिए स्वच्छ पानी, बिजली व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा, परिवहन और लगरों की व्यापक व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.
वहीं 10 दिनों तक चलने वाले श्रावन अष्टमी मेले के पहले ही दिन देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा माता रानी के जयकारों के साथ माता के भजनों पर खूब नाचते गाते दिखाई दिए. इसके साथ ही मां नैनादेवी के दर्शनों के बाद प्राचीन हवनकुंड में आहुतियां डालकर अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना भी की है.
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