Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान श्री गणेश जी के नाम पर मनाया जाता है. जानें गणेश चतुर्थी का शुभ मूहुर्त...
हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है. महाराष्ट्र में बहुत ही हर्षों उलास के साथ गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है.
भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि, और सौभाग्य के देवता माना जाता है. हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है. उनकी पूजा करने से न केवल सुख-समृद्धि बल्कि ज्ञान की भी प्राप्ति होती हैं
इस पर्व का उद्देश्य सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने और जीवन में सुख- समृद्धि लाने के लिए गणेश जी की आराधना करना है यह त्योहार पूरे भारत में सार्वजनिक रुप से बड़े स्तर पर मनाया जाता है.
गणेश चतुर्थी की तिथि 6 सितंबर, 2024 को दोपहर 3 बजकर 2 मिनट पर होगा इस तिथि का समापन 7 सितंबर को शाम 5 बजकर 38 मिनट पर होगा.
गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश की पूजा में कुछ विशेष फूल अर्पित किए जाते हैं जो उन्हें प्रिय माने जाते हैं. दूर्वा घास और गेंदे का फूल गणेश जी का सबसे प्रिय पुष्प है इसके बिना गणेश पूजा अधूरी मानी जाती है. गणेश जी को 21 दूर्वा की पत्तियाँ अर्पित करना अत्यधिक शुभ माना जाता है.
गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश को कई प्रकार के भोग अर्पित किए जाते हैं. मोदक गणेश जी का सबसे प्रिय भोग माना जाता है. गणेश जी को विभिन्न प्रकार के लड्डू जैसे बेसन लड्डू, तिल के लड्डू, नारियल के लड्डू आदि का भोग लगाया जाता है.
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