Himachal Pradesh News: धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश का सबसे ऊंचा 150 फीट का तिरंगा लहराया गया है. साथ ही दुनिया का सबसे ऊंचा फिडलहेड स्कलप्चर भी धर्मशाला में स्थापित किया गया है.
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विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला को मकर संक्रांति पर दो नई सौगातें मिली हैं. पहली यह कि दुनिया का सबसे ऊंचा फिडलहेड (लुंगडू) स्कलप्चर धर्मशाला में स्थापित हुआ है और दूसरी यह कि प्रदेश का सबसे ऊंचा 150 फीट का तिरंगा धर्मशाला में लहराया गया है. ये दोनों सौगातें स्थानीय विधायक सुधीर शर्मा द्वारा धर्मशाला को दी गई हैं.
सुधीर शर्मा ने कहा कि धर्मशाला में दाड़ी बाईपास चौक पर स्थापित हुआ फिडलहेड (लुंगडू) स्कलप्चर एशिया का पहला और दुनिया में सबसे ऊंचा है. उन्होंने कहा कि इससे पहले ऐसा स्कलप्चर कनाडा की सेंट जॉन चर्च में स्थापित किया गया है और दूसरा यूएसए में बोटैनिकल गार्डन में है. इसके बाद अब धर्मशाला में यह सिंगल ग्रेनाइट का सबसे ऊंचा पीस है. दाड़ी बाईपास चौक न केवल धर्मशाला, बल्कि प्रदेश का ऐतिहासिक चौक बना है.
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सुधीर शर्मा ने कहा कि लुंगडू को इसलिए चुना गया है, क्योंकि यह हमारा देसी खाना है. कनाडा और अमेरिका में लोग इसकी खेती करते हैं. ऐसे में जो भी पर्यटक यहां आएंगे और वह इस फिडलहेड (लुंगडू) स्कलप्चर को देखेंगे तो एक तो यहां बनने वाले रिकॉर्ड के बारे में जानकारी ले पाएंगे साथ ही उनके मन में इसका स्वाद चखने की लालसा जागृत होगी.
सुधीर शर्मा ने कहा कि वह जब अमेरिका गए थे, तब उन्होंने इसे वहां देखा था, तब से ही यह उनके जहन में था कि एक ऐसी चीज हम भी अपने क्षेत्र में करें, जो क्षेत्र से जुड़ी हुई हो. लुंगडू के प्रमोशन और प्रोडक्शन को लेकर विभाग के मंत्री को कुछ नया करना चाहिए. कनाडा और अमेरिका में खेती हो रही है तो हमें भी इसे बढ़ावा देना चाहिए. बता दें, इससे पहले सुधीर शर्मा ने प्रदेश के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज जो कि धर्मशाला के कचेहरी में स्थापित किया गया है, उसका उदघाटन किया.
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सुधीर शर्मा ने कहा कि उन्होंने धर्मशाला में सबसे ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज लगाने का सपना देखा था, जो आज 150 फीट तिरंगे के लहराने के साथ पूरा हुआ है. उन्होंने कहा कि कचेहरी अड्डा ऐतिहासिक है. यहां हमेशा धरना-प्रदर्शन चलते हैं. तारें हटने के बाद इसकी खूबसूरती देखते ही बनेगी. पर्यटकों के लिए भी यह आकर्षण का केंद्र होगा. अभी जो तारें झंडे के आसपास से गुजर रही हैं, इनके भी अंडर ग्राउंड होने से इसकी खूबसूरती को चार चांद लगेंगें.
उन्होंने कहा कि यह तिरंगा दिन-रात रोशनी से जगमगाएगा. धर्मशाला में बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा, एचपीसीए क्रिकेट स्टेडियम, शहीद स्मारक, शिक्षा बोर्ड, जिला मुख्यालय आदि प्रमुख पहचान हैं. रोजाना हजारों की संख्या में लोग धर्मशाला आते हैं. इन लोगों में हाई एंड टूरिस्ट भी शामिल रहते हैं. ऐसे में 150 फीट ऊंचा तिरंगा झंडा हर किसी को आकर्षित करेगा. इससे देश-दुनिया में सारा शहर फिर से ट्रैंड करने लगेगा.
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