Hema Malini Dance: बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेस हेमा मालिनी ने अदाकारी में तो अपना लोहा मनवाया ही है साथ ही उन्होंने डांसिंग में कमाल किया है. वह अभी भी कई मौकों पर डांस करती हैं.
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Hema Malini Dance: बॉलीवुड की जानी मानी एक्ट्रेस हेमा मालिनी डांसर हैं. उन्होंने भरतनाट्यम डांस में ट्रेनिंग ली है. वह शास्त्रीय संगीत में पारंगत हैं. वह कई मौकों पर अपना परफारमेंस देती रहती हैं. हेमा मालिनी पिछले 30 सालों से हर साल जन्माष्टमी उत्सव के दौरान परफॉर्म करती रही हैं. लेकिन ये सफर कोरोना काल में रुक गया था. वह अपनी परफॉरमेंस जुहू में मौजूद इस्कॉन मंदिर में आयोजित राधे कृष्ण उत्सव में देती थीं. हेमा मालिनी की बेटी ईशा देओल और अहाना देओल भी डांसर हैं.
देखें हेमा मालिनी का डांस वीडियो:
हेमा मालिनी के डांस को फिल्मों में काफी सराहा गया है. डांसर और कोरयोग्राफर सरोज खान ने एक बार कहा था कि हेमा मालिनी बेहतरीन अदाकारा हैं इसके साथ ही वह बेहतरीन डांसर हैं. डांस में उनका हाथ कोई नहीं खींच सकता.
हेमा मालिनी ने कई डांस शो में बतौर जज शामिल हुई हैं. कुछ महीनों पहले हेमा मालिनी सोनी टीवी के एक प्रोग्राम में शामिल हुई थीं. यह एक डांस प्रोग्राम था. इसमें हेमा मालिनी जी बतौर डांसर शामिल हुई थीं. इस प्रोग्राम में एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी भी शामिल हुई थीं. इस प्रोग्राम में उन्होंने 'तूने ओ रंगीले' गाने पर बेहतरीन डांस किया. सबसे पहले शिप्पा शेट्टी ने कहा कि उन्होंने हेमा जी के क्लासिकल परफॉर्मेंस देखे हैं. उन्होंने कहा कि अगर हेमा जी डांस कर देंगी तो यह मंच पावन हो जाएगा. इसके बाद वहां मौजूद सभी लोग हेमा से डांस करने के लिए मिन्नतें करने लगे. इसके हेमा ने परफॉर्म करना शुरू किया.
हेमा ने 'तूने ओ रंगीले' गाने पर डांस करते हुए बेहतरीन चेहरे से बेहतरीन एक्सप्रेशन दिए और हर स्टेप बहुत ही सधे हुए तरीके से किए. उन्होंने प्रोग्राम में मौजूद सभी लोगों का मन मोह लिया. परफार्मेंस खत्म होने के बाद वहां मौजूद तमाम लोगों ने हेमा मालिनी के लिए तालियां बजाईं.
हेमा मालिनी ने बच्चों को डांस सिखाने के लिए 'नाट्य विहार कलाकेंद्र नृत्य विद्यालय' की स्थापना भी की है. साल 2022 में हेमा मालिनी ने नागपुर में एक प्रोग्राम में लगातार दो घंटे डांस किया है. उनकी इस परफार्मेंद को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग पहुंचे थे.
हेमा मालिनी ने एक बार कहा था कि "मुझसे अक्सर पूछा जाता है कि मैंने अपने बैले के लिए केवल पौराणिक विषयों को ही क्यों चुना? मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि दर्शक कहानी से परिचित होते हैं और यह मुझे ओडिसी और मोहिनीअट्टम जैसे विभिन्न नृत्य रूपों को शामिल करने की भी सहूलियत देता है. मीरा के प्रति मेरा आकर्षण मेरी गुरु मां के प्रति मेरे प्रेम का भी विस्तार है, जो उनकी भक्ति में विश्वास करती थीं. मीरा सोलहवीं शताब्दी में पैदा हुई थीं, लेकिन उन्होंने पूरा जीवन अपनी शर्तों पर जिया. हमने कथक नृत्य रूप में बैले को कोरियोग्राफ किया क्योंकि भरतनाट्यम राजस्थान में स्थित इस चरित्र के लिए उपयुक्त नहीं होता."