"मुसलमानों से गुलामों जैसा व्यवहार करती है..." अपनी ही पार्टी पर भड़के असम के सांसद
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"मुसलमानों से गुलामों जैसा व्यवहार करती है..." अपनी ही पार्टी पर भड़के असम के सांसद

Lok Sabha Election 2024: असम से कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने कांग्रेस पर इल्जाम लगाया है कि वह मुसलमानों से नौकरों जैसा सुलूक करती है.

"मुसलमानों से गुलामों जैसा व्यवहार करती है..." अपनी ही पार्टी पर भड़के असम के सांसद

Lok Sabha Election 2024: हाल ही में पार्टी छोड़ने वाले असम से कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने शनिवार को अपनी पूर्व पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने इल्जाम लगाया कि वह मुसलमानों के साथ ‘गुलामों’ जैसा व्यवहार करती है. उन्होंने अपने इस्तीफे के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के एक सीनियर नेता के निजी प्रतिशोध को जिम्मेदार ठहराया. 

इन पार्टियों के संपर्क में
आगामी लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर निराशा व्यक्त करते हुए खालिक ने दावा किया कि असम गण परिषद (AGP), तृणमूल कांग्रेस (TMC) और आम आदमी पार्टी (AAP) समेत कई पार्टियां उनके संपर्क में हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किसी अन्य पार्टी में शामिल होंगे या नहीं. खालिक ने दावा किया कि उन्होंने टिकट न मिलने के कारण इस्तीफा नहीं दिया है, बल्कि मुसलमानों को प्रतिनिधित्व का अभाव समेत पार्टी से जुड़ी शिकायतें हैं.

लिस्ट में खालिक का नाम नहीं
दो बार के विधायक और एक बार के सांसद खालिक ने शुक्रवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज दिया था. इसके कुछ दिनों पहले पार्टी की तरफ से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम नहीं था. असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा इस्तीफा देने के तुरंत बाद सांसद के गुवाहाटी स्थित आवास पर पहुंचे और दोनों नेताओं ने बाद में संकेत दिया कि खालिक का पद छोड़ने का फैसला बदल सकता है. 

कांग्रेस ने नहीं दिया रिएक्शन
अपने इस्तीफे की तस्दीक करते हुए खालिक ने शनिवार को कहा, "चूंकि मैं पहले पार्टी में था, मैं अनुशासन से बंधा था. लेकिन अब मैं आजादी से बोल सकता हूं, क्योंकि मैंने पार्टी छोड़ दी है." खालिक ने दावा किया कि उन्होंने बोरा और असम के प्रभारी कांग्रेस महासचिव जितेंद्र सिंह के प्रति अपनी शिकायतों के बारे में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सूचित किया था, और यहां तक ​​​​कि फरवरी में पार्टी से संबंधित अपने मुद्दों के बारे में सिंह को लिखा था, लेकिन उन्हें कोई सही रिएक्शन नहीं मिला.

मुस्लिम को नौकर समझते हैं.
खालिक ने कहा, "किसी वजह से जितेंद्र सिंह के मन में मेरे लिए निजी प्रतिशोध है, मुझे इसकी वजह नहीं पता. आखिरकार मुझे पार्टी छोड़नी पड़ी." राज्य में लोकसभा की कुल 14 सीट हैं जिनमें से तीन सीट कांग्रेस के पास है. कांग्रेस ने दो अन्य सांसद गौरव गोगोई और प्रद्युत बोरदोलोई को पार्टी ने फिर से टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शख नहीं है कि समानता की विचारधारा में यकीन की वजह से कांग्रेस को मुस्लिम पसंद करते हैं, लेकिन कुछ अहंकारी नेता मुसलमानों को नौकर समझते हैं.

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