Pakistan-Afghanistan Border Clashes: अफ़गान सरकार ने हवाई हमलों पर विरोध दर्ज कराते हुए दावा किया कि कम से कम 46 नागरिक, जिनमें ज़्यादातर महिलाएँ और बच्चे थे, मारे गए. पिछले हफ़्ते दक्षिणी वज़ीरिस्तान में हुए हमले के बाद ये हमले किए गए, जिसमें 16 पाकिस्तानी सैनिक शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ चुका है.
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Pakistan-Afghanistan Border Clashes: अफगानिस्तान में पाकिस्तान द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल है. दोनों देशों की सेनाएं सीमा पर तैनात हैं. पहले तालिबान और पाकिस्तान के बीच कोई सीधी लड़ाई नहीं थी, लेकिन आज खबर सामने आई है कि तालिबान लड़ाकों और पाकिस्तानी सेना के बीच हिंसक झड़प हुई है. जिसमें कम से कम 8 अफगानिस्तान के लोग मारे गए हैं. जबकि 13 घायल हुए हैं. इनमें आम नागरिक भी शामिल हैं.
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन ने सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से बताया है कि सीमा पर चल रही झड़पों के दौरान अफ़गानिस्तान की ओर से कम से कम आठ लोग मारे गए और 13 लोग घायल हो गए, जिनमें नागरिक भी शामिल हैं. इस सप्ताह की शुरुआत में अफ़गानिस्तान के पूर्वी पक्तिका प्रांत में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कथित शिविरों को पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद तनाव बढ़ने के बाद भीषण गोलीबारी हुई.
28 दिसंबर को हुई थी हिंसक झड़प
28 दिसंबर को फिर से लड़ाई शुरू होने के बाद अफ़गानिस्तान की ओर से आतंकवादियों द्वारा पाकिस्तान में घुसपैठ करने की एक असफल कोशिश के बाद झड़पें शुरू हुईं. फिर से हुई हिंसा में फ्रंटियर कोर का एक सैनिक शहीद हो गया और 11 अन्य घायल हो गए. सुरक्षा सूत्रों ने तस्दीक की कि शुक्रवार रात को दहशतगर्दों ने पाकिस्तान में घुसपैठ करने की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तानी फौज घुसपैठ को असफल कर दिया.
घुसपैठ की असफल कोशिश के बाद, आतंकवादी अफ़गान बलों में शामिल हो गए और शनिवार की सुबह हल्के और भारी हथियारों से पाकिस्तानी चौकियों पर हमला किया. अफगान बलों ने आतंकवादियों के साथ मिलकर घोजगढ़ी, माथा संगर, कोट राघा और तारी मेंगल सहित कई पाकिस्तानी सीमा चौकियों को निशाना बनाया. झड़पें पूरे दिन चलीं.
अफगानिस्तान पक्ष को भारी नुकसान
डॉन के अनुसार सूत्रों ने दावा किया कि पाकिस्तानी बलों ने जवाबी गोलीबारी की, जिससे अफगान पक्ष को काफी नुकसान हुआ और हमलावरों को अपनी सीमा चौकियों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. पाकिस्तान ने सीमा पार हमलों के लिए आतंकवादियों द्वारा अफगान धरती के इस्तेमाल पर बार-बार चिंता व्यक्त की है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे क्षेत्रों में.
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से की थी ये गुजारिश
पीएम शहबाज शरीफ ने पिछले हफ्ते इस मुद्दे को संबोधित किया, अफगान सरकार से टीटीपी के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया, इस बात पर जोर देते हुए कि अफगान धरती से हमले पाकिस्तान के लिए "रेड लाइन" हैं. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान काबुल के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है, लेकिन चल रहे हमलों के साथ बातचीत नहीं हो सकती.
हवाई हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, हवाई हमलों के उसी दिन, विशेष प्रतिनिधि मुहम्मद सादिक के नेतृत्व में एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने एक साल के अंतराल के बाद राजनयिक वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए काबुल में अफगान नेताओं से मुलाकात की. अफ़गान सरकार ने हवाई हमलों पर विरोध दर्ज कराते हुए दावा किया कि कम से कम 46 नागरिक, जिनमें ज़्यादातर महिलाएँ और बच्चे थे, मारे गए. पिछले हफ़्ते दक्षिणी वज़ीरिस्तान में हुए हमले के बाद ये हमले किए गए, जिसमें 16 पाकिस्तानी सैनिक शहीद हो गए थे.