Pakistan News: पाकिस्तान इलेक्शन लगातार धांधली के इल्जाम लग रहे हैं. अब इन आरोपों में सच्चाई नजर आ रही है. क्योंकि, चुनाव में ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी ने इस बात पर मुहर लगाई है. रावलपिंडी डिवीजन के कमिश्नर लियाकत अली चट्टा ने इलेक्शन में धांधली की मुखालेफत में अपने ओहदे से इस्तीफा दे दिया.
Trending Photos
Pakistan Election Result Update: पाकिस्तान में हाल ही में इलेक्शन के नतीजों का ऐलान किया गया है. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगा रही है. अब ये सच साबित होता हुआ दिखाई दे रहा है. इस मामले में रावलपिंडी डिवीजन के कमिश्नर लियाकत अली चट्टा ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने शनिवार को इलेक्शन में धांधली की मुखालेफत में अपने ओहदे से इस्तीफा दे दिया. लियाकत अली ने रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने स्वीकार किया कि रावलपिंडी डिवीजन में 'धांधली' हुई और इसकी जिम्मेदारी ली. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, लियाकत अली ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.
उन्होंने दावा किया, "हम हारे हुए लोगों को 50,000 वोटों के फर्क से विजेताओं में बदल देते हैं. मैंने रावलपिंडी डिवीजन के लोगों के साथ नाइंसाफी की. उन्होंने कहा, ''मैं अपने डिवीजन के रिटर्निंग अफसरान से माफी मांगता हूं. उनके अधीनस्थ इस बात को लेकर रो रहे थे कि, उन्हें क्या करने का निर्देश दिया गया था''. लियाकत अली ने दावा किया कि आज भी चुनाव कर्मचारी मतपत्रों पर फर्जी मोहर लगा रहे हैं. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने अफसोस का इजहार करते हुए कहा, "हमने देश के लोगों के साथ नाइंसाफी की, मुझे रावलपिंडी के कचहरी चौक पर फांसी दी जानी चाहिए.
लियाकत अली चट्टा ने खुलासा किया कि, वह सोशल मीडिया और विदेशी पाकिस्तानियों के दबाव में थे. उन्होंने शनिवार की सुबह खुदकुशी करने की कोशिश भी की.द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्शन के नतीजों में धांधली के इल्जामों के बीच पाकिस्तान में 8 फरवरी को वोट डाले गए थे, जबकि PTI समर्थित आजाद उम्मीदवारों ने ज्यादा सीटें हासिल कीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या होने का दावा किया है क्योंकि कुछ निर्दलीय, इलेक्शन के बाद पीएमएल-एन में शामिल हो गए. PTI ने स्वतंत्र और निष्पक्ष इलेक्शन नहीं होने का आरोप लगाया था.