पर्यटकों का दल मोरी सांकरी की एक ट्रैकिंग एजेंसी के माध्यम से 11 अक्तूबर को हर्षिल से रवाना हुआ था.
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शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर (Kinnaur) जिले में ट्रेकिंग (Tracking) करने गए 17 लोग लापता हो गए हैं. पुलिस के मुताबिक यह दल लम्खागा पास (Lamkhaga pass) के लिए ट्रैकिंग करने निकला था. इन लोगों को 19 अक्टूबर को वापस आ जाना था लेकिन इनसे संपर्क टूट गया है. जिला प्रशासन ने ट्रेकरों का पता लगाने के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस (India Tibet Border Force) से मदद मांगी है.
किन्नौर के डिप्टी कमिश्नर आबिद हुसैन सादिक (Abid Hussain Sadique) के मुताबिक लापता हुए लोगों में ट्रैकर, कुक और गाइड शामिल हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस, फारेस्ट डिपार्टमेंट (Forest Department) के लोग और क्विक रिस्पांस (Quick Response) टीम ढूंढ रही है. लापता हुए 8 ट्रेकर दिल्ली और कोलकाता के रहने वाले हैं. ये सभी बीती 11 अक्टूबर को हर्सिल से छितकुल के लिए रवाना हुए थे. इन्हें 19 अक्टूबर को वहां पहुंचना था लेकिन ये जब मंगलवार को वहीं नहीं पहुंचे तो ट्रेकिंग आयोजकों ने उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय (Disaster Management Authority) को इस बारे में सूचित किया.
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बताया जाता है कि पर्यटकों का दल मोरी सांकरी की एक ट्रैकिंग एजेंसी के माध्यम से 11 अक्तूबर को हर्षिल से रवाना हुआ था. इस दल ने बाकायदा वन विभाग उत्तरकाशी से 13 से 21 अक्तूबर तक लम्खागा पास तक ट्रैकिंग करने के लिए इनर लाइन परमिट भी लिया था. मौसम खराब होने के कारण यह दल भटक गया. ट्रैकिंग दल से कोई संपर्क न होने पर सुमित हिमालयन ट्रैकिंग टूर एजेंसी ने उत्तराखंड सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार से पर्यटकों को सुरक्षित निकालने के लिए सूचना दी है
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