Air Pollution: दिल्ली के बाद उत्तर प्रदेश में भी कई जिलों में प्रदूषण का कहर जारी है. सबसे खराब हालत दिल्ली से सटे नोएडा की है. कई लोगों ने सांस की बीमारी की शिकायत की है.
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UP Weather Update: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से जारी बुलेटिन के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सात शहरों में शनिवार रात हवा की क्वालिटी 'खराब' जबकि चार में 'बेहद खराब' दर्ज की गई. 357 के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के साथ, नोएडा राज्य में सबसे ऊपर है. इसके बाद मुजफ्फरनगर (332), गाजियाबाद (322) और ग्रेटर नोएडा (312) हैं.
खराब वायु गुणवत्ता वाले सात शहरों में झांसी (277), प्रयागराज (275), बागपत (270), कानपुर (236), मेरठ (225), लखनऊ (216) और बुलंदशहर (219) शामिल हैं. हालांकि, राज्य के किसी भी शहर ने 'गंभीर श्रेणी' के निशान को पार नहीं किया, जैसा कि शनिवार को हुआ था. लखनऊ में केवल कुकरैल की हवा 'मध्यम' रही.
हालांकि, लखनऊ तालकटोरा औद्योगिक इलाके की पांच जगहों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से लगाए गए पांच निगरानी स्टेशनों के मुताबिक, औसत AQI 334 दर्ज किया गया था, जो शनिवार दोपहर 12 बजे यह अधिकतम 379 पर पहुंच गया.
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बात अगर दिल्ली की करें तो यहां की हवा सर्दियां आने के साथ खराब होती जा रही है. रविवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 339 पर पहुंच गया. इसके अलावा गुरुग्राम में एयर क्वालिटी इंडेक्स 304 पर पहुंच गया.
दिल्ली में सर्दियों के मौसम में कोहरा तो अपना कहर बरपाता ही है साथ ही इसके आस पास के राज्यों में जलने वाली पराली का धुआं यहां के प्रदूषण में और इजाफा कर देता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में सांस के मरीजों क तादाद बढ़ रही है. पांच में से चार परिवार इसकी चपेट में आ रहे हैं. लोकल सर्किल नाम की एक संस्था ने सर्वे किया है जिसमें 19,000 लोगों से बात की है. इसके बाद अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक की है जिसमें लोगों के सांस की बीमारी के बारे में बात सामने आई है.
बता दें, शून्य और 50 के बीच AQI स्तर को अच्छा माना जाता है, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब और 401-500 को गंभीर श्रेणी में माना जाता है.
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