Amritpal Singh: खडूर से अमृतपाल सिंह के चुनाव जीतने के बाद उनको बाहर निकालने की आवाजें उठने लगी हैं. उनके वकील ने कहा है कि जनता केंद्र और राज्य सरकारों पर दबाव बनाएगी.
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Amritpal Singh: खालिस्तानी अलगाववादी अमृतपाल सिंह के जरिए खडूर साहिब लोकसभा सीट पर शानदार जीत हासिल करने के एक दिन बाद, उनके वकील ने बुधवार को कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के लोग केंद्र और राज्य सरकारों को उन्हें "राहत" देने के लिए मजबूर करेंगे. अमृतपाल सिंह के वकील राजदेव सिंह खालसा ने कहा कि कट्टरपंथी प्रचारक पंजाब में नशीली दवाओं के गलत इस्तेमाल को खत्म करने की दिशा में काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वह अमृतपाल सिंह की जमानत के लिए दबाव बनाएंगे.
उन्होंने दावा किया कि सरकार को सिंह को राहत देनी ही होगी क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी को भी अवैध और अनैतिक बताया. खालसा ने कहा,"आगे की रणनीति जमानत लेने की है. सरकार को उन्हें राहत देनी ही होगी, क्योंकि कोई विकल्प नहीं है, सरकार ऐसा करने के लिए मजबूर होगी, भाजपा सरकार और आप सरकार दोनों. अमृतपाल सिंह पंजाब को नशा मुक्त बना रहे थे. लोगों ने स्वीकार किया है कि उनकी गिरफ्तारी अवैध और अनैतिक थी."
वकील ने दावा किया कि "बेईमान" भगवंत मान सरकार ने उन्हें गिरफ़्तार किया. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे और हिंदू-सिख तनाव के दावे जो उनकी गिरफ़्तारी का आधार बने, झूठे थे. बता दें, अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब लोकसभा सीट से 197120 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी. बुधवार को डिब्रूगढ़ जेल में उनकी पत्नी और वकील ने उनसे मुलाकात की थी.
अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उन पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. 2019 में खडूर साहिब सीट पर कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस पंजाब में अपनी सात सीटें बचाने में कामयाब रही. भाजपा ने पंजाब में अपना वोट शेयर लगभग दोगुना कर लिया, लेकिन 2019 में जीती गई दो सीटें नहीं बचा सकी.
कुल मिलाकर, भारतीय जनता पार्टी केवल 240 सीटें जीत सकी - जो लोकसभा में साधारण बहुमत से 32 कम है. बीजेपी अपने एनडीए के सहयोगियों, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के समर्थन के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली है.