Asaduddin Owaisi FIR: असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ दिल्ली में एफआर दर्ज की गई है. इसको लेकर अब ओवैसी का बयान सामने आया है, और उन्होंने कहा है कि यह पहली एफआईआर देखी है जिसमें अराध के बारे में नहीं बताया गया है.
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Asaduddin Owaisi FIR: दिल्ली पुलिस की एफआईआर में नाम आने का बाद असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है. आपको बता दें दिल्ली पुलिस ने आज कई लीडरान के खिलाफ एफआईर दर्ज की है. पुलिस के आला अधिकारी ने बताया कि यह एफआईआर नफरत फैलाने वाले लोगों के खिलाफ की गई है जिसमें एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और यति नरसिंहानंद का नाम शामिल है.
असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली पुलिस की एफआईआर पर सवाल उठाते हुए कहा है कि FIR में यह साफ नहीं है कि जुर्म क्या है. ओवैसी कहते हैं- मुझे एफआईआर का एक हिस्सा मिला है. यह पहली एफआईआर है जिसमें साफ नहीं है कि अपराध क्या है? उन्होंने हत्या का उदाहरण देते हुए कहा कि एक हत्या की FIR के बारे में सोचें जहां पुलिस हथियार का उल्लेख नहीं करती है.
1. I’ve received an excerpt of the FIR. This is the first FIR I’ve seen that’s not specifying what the crime is. Imagine an FIR about a murder where cops don’t mention the weapon or that the victim bled to death. I don’t know which specific remarks of mine have attracted the FIR pic.twitter.com/0RJW1z71aN
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 9, 2022
ओवैसी बोले- ऐसा लगता है कि दिल्ली पुलिस में यती, नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल आदि के खिलाफ मामलों को आगे बढ़ाने का साहस नहीं है, यही कारण है देरी और कमजोर प्रतिक्रिया का. जब्कि यति ने मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार और इस्लाम का अपमान करके अपनी जमानत की शर्तों का बार-बार उल्लंघन किया है.
ओवैसी बोले दिल्ली पुलिस "दोनों पक्षवाद" या "संतुलन-वाद" सिंड्रोम से पीड़ित है. एक पक्ष ने खुले तौर पर हमारे पैगंबर का अपमान किया है, जबकि दूसरे पक्ष का नाम भाजपा समर्थकों को समझाने और ऐसा दिखाने के लिए दिया गया है कि दोनों पक्षों में अभद्र भाषा थी.
एआईएमआईएम चीफ कहते हैं- हिंदुत्व संगठनों की एक संस्कृति है जहां अभद्र भाषा और अतिवाद को प्रमोशन के साथ पुरस्कृत किया जाता है. उदाहरण के लिए, योगी की नफरत को लोकसभा सीटों और सीएमशिप के साथ पुरस्कृत किया गया
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा जहां तक मेरे खिलाफ एफआईआर की बात है, हम अपने वकीलों से सलाह लेंगे और जरूरत पड़ने पर इसका समाधान करेंगे. हम इन हथकंडों से नहीं डरेंगे. अभद्र भाषा की आलोचना करने और अभद्र भाषा बोलने ती तुलना नहीं की जा सकती.