Assam News: एक तरफ बीजेपी को हराने के लिए अजमल कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ, बीजेपी इस बार सामागुरी से कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में है. इस बीच ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के चीफ ने बड़ा दावा किया है.
Trending Photos
Assam News: असम में चार सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। कांग्रेस ने अपने चार उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. इस बीच, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने असम विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. पार्टी के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि असम में होने वाले उपचुनाव में उनकी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. यह फैसला बीजेपी को सीटें जीतने से रोकने के लिए लिया गया है.
बदरुद्दीन ने क्या कहा?
बदरुद्दीन अजमल ने पहले घोषणा की थी कि पार्टी सामागुरी विधानसभा सीट पर अपना कैंडिडेट्स मैदान में उतारेगी. हालांकि, उन्होंने अपना फैसला बदल दिया और पार्टी उपचुनाव नहीं लड़ेगी. अगर हम उपचुनाव वाली पांच सीटों में से किसी पर भी कैंडिडेट्स उतारते हैं, तो बीजेपी को फायदा होगा. हम इस इलेक्शन में सत्तारूढ़ पार्टी को बढ़त नहीं देना चाहते. एआईयूडीएफ का मकसद बीजेपी की जीत पर ब्रेक लगाना है और इसीलिए हमने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.
अजमल ने कहा कि धुबरी में रकीबुल हुसैन के साथ मेरे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उनके बेटे के साथ मेरी कोई दुश्मनी नहीं है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं और मेरी इच्छा है कि उपचुनाव में उन्हें सामागुरी से विधायक चुना जाए. वह आशीर्वाद लेने के लिए मेरे घर आए थे."
बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस से मिलाया हाथ
एक तरफ बीजेपी को हराने के लिए अजमल कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ, बीजेपी इस बार सामागुरी से कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश में है. सत्तारूढ़ पार्टी ने उपचुनाव के लिए अपने शीर्ष नेताओं को प्रचार में लगा दिया है. पार्टी धोलाई, सामागुरी और बेहाली के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. सामागुरी से डी. रंजन सरमा, बेहाली से दिगंता घटोवार और धोलाई से निहार रंजन दास चुनावी मैदान में हैं.
बदरुद्दीन अजमल को कांग्रेस ने दिया था मात
एआईयूडीएफ के नेता बदरुद्दीन अजमल को इस साल के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस कैंडिडेट्स रकीबुल हुसैन ने धुबरी से हराया था. हुसैन लंबे समय तक सामागुरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे और कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अजमल के खिलाफ धुबरी लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था. रकीबुल हुसैन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एआईयूडीएफ प्रमुख को 10 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था. इस बीच, लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद उनकी विधानसभा सीट सामागुरी रिक्त हो गई और वहां उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया. कांग्रेस ने आगामी उपचुनाव के लिए सामागुरी सीट से रकीबुल हुसैन के बेटे तंजील को टिकट दिया है.