Assam: गुवाहाटी के मुस्लिम बहुल इलाक़े में चला प्रशासन का बुलडोज़र; 250 घरों पर कार्रवाई
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Assam: गुवाहाटी के मुस्लिम बहुल इलाक़े में चला प्रशासन का बुलडोज़र; 250 घरों पर कार्रवाई

Assam News: असम की राजधानी गुवाहाटी के मुस्लिम बहुल इलाक़े शिलखाकू में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोज़र चलाया है. इससे यहां के लोग काफ़ी नाराज़ हैं. उनका कहना है कि सरकार की ओर से नोटिस जारी किए बग़ैर ही कार्रवाई की गई है.

Assam: गुवाहाटी के मुस्लिम बहुल इलाक़े में चला प्रशासन का बुलडोज़र; 250 घरों पर कार्रवाई

Guwahati Bulldozer Action: असम के विभिन्न ज़िलों में बुलडोजर चलने के बाद अब राजधानी गुवाहाटी के शिलखाकू में बुलडोजर चलाया जा रहा है.  किसी बड़ी अनहोनी पर नज़र रखने के लिए इलाक़े में  दो हज़ार से भी ज़्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. इलाक़े में लगभग 250 घरों पर बुलडोज़र चलाया जा रहा है. बुलडोज़र एक्शन पर ज़िला प्रशासन ने कहा कि इस ज़मीन पर अवैध रूप से लोगों ने घर बनाए और फिर यहां रहने लगे, इसलिए यहां से लोगों को हटाया जा रहा है. यह भी कहा गया कि यहां पर लोगों के घर की बड़ी तादाद होने की वजह से बारिश का पानी जमा हो जाता है. रिहायशी इलाक़ों में पानी भरने के कारण सड़कों पर आवाजाही प्रभावित हो जाती है.

नोटिस जारी किए बग़ैर ही कार्रवाई: स्थानीय 
पूरे गुवाहाटी में बाढ़ जैसी हालत बन जाती है. ज़िला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि यहां से लोगों को हटाकर पानी की समस्या को हल किया जाएगा. ऐसा क़दम उठाने से ही गुवाहाटी में बाढ़ की समस्या कम होगी. वहीं इस सिलसिले में स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें कोई भी नोटिस नहीं मिला था और बग़ैर नोटिस मिले ही उनके घरों पर बुलडोज़र चला दिया गया. लोगों का कहना है कि वो इस जगह पर पिछले 50  साल से ज़्यादा समय से रह रहे हैं. दूसरी ओर इस पूरे मामले में ज़िला प्रशासन का कहना है कि यहां के लोग को विभाग ने नोटिस जारी करने के बाद ही कार्रवाई की है.

250 परिवारों को मुश्किल का सामना
एक तरफ स्थानीय लोगों ने बग़ैर नोटिस मिले कार्रवाई करने की बात कही,वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि उन्हें नोटिस दिया गया था. बता दें कि पूरे इलाक़े में 250 परिवार मुश्किल का सामना कर रहे हैं. इलाक़े में ज़्यादा तादाद में मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं. इस के अलावा जनजाति और हिंदू समुदाय के लोग भी यहां पिछले कई सालों से रह रहे हैं.बता दें कि कुछ दिन पहले ही असम के सोनितपुर के बुरहासपारी मुस्लिम बाहुल इलाक़े में बड़े पैमाने पर ज़मीन ख़ाली कराने का अभियान चलाया गया था. यहां स्थानीय प्रशासन भारी पुलिस बल के साथ 6000 बीघा ज़मीन से अतिक्रमण हटाया गया था.

 Report: Sharifuddin Ahmed

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