नाइजीरिया: सेना ने बोको हराम के 34 लड़ाकों को किया ढेर, छह सैनिकों की भी हुई मौत
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नाइजीरिया: सेना ने बोको हराम के 34 लड़ाकों को किया ढेर, छह सैनिकों की भी हुई मौत

Nigeria: चरमपंथी समूह बोको हराम नाइजीरिया में इस्लामी यानी शरिया कानून लागू करने के लिए साल 2009 में विद्रोह शुरू किया था तबसे बोर्नो नाइजीरिया में हिंसा का केंद्र हुआ है. सेना से हुई ताजा झड़प में 34 चरमपंथी मारे गए, जबकि 6 सैनिकों की भी मौत हो गई.  

नाइजीरिया:  सेना ने बोको हराम के 34 लड़ाकों को किया ढेर, छह सैनिकों की भी हुई मौत

अबुजा: नाइजीरिया के उत्तरपूर्वी बोर्नो प्रांत में हुई एक झड़प में कम से कम छह सैनिक और 34 चरमपंथी मारे गए. सेना ने बुधवार को यह जानकारी दी. नाइजीरियाई सैन्य प्रवक्ता एडवर्ड बुबा ने एक बयान में कहा मोटरसाइकिलों और ट्रकों पर सवार विद्रोहियों ने सैनिकों पर अचानक से हमला कर दिया. इसके बाद दोनों के बीच  काफी देर तक फायरिंग हुई. बाद में कुल 40 लोगों की मौत पुष्टि हुई. 

चरमपंथी समूह बोको हराम नाइजीरिया में इस्लामी यानी शरिया कानून लागू करने के लिए साल 2009 में विद्रोह शुरू किया था तबसे बोर्नो नाइजीरिया में हिंसा का केंद्र हुआ है, लेकिन विद्रोह अब लेक चाड क्षेत्र से लेकर नाइजीरिया के तीन पड़ोसियों तक फैल गया है.

सेना और चरमपंथी समूह के बीच करीब 15 साल से जारी लड़ाई में अब 35,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 2.6 मिलियन ( 26 लाख ) दीगर लोगों को को विस्थापित होना पड़ा है. ताजा हमला रविवार को डंबोआ काउंसिल क्षेत्र के सबोन गारी गांव में हुआ, जो नाइजीरिया का एक गर्म क्षेत्र है और ज्यादातर निवासी इस इलाके को छोड़ चुके हैं.

सेना के स्पोक्सपर्सन बुबा ने बताया कि सैनिकों ने चरपंथियों का सामना करते हुए जवाबी कार्रवाई की. सेना ने बताया कि हाल ही में एक मुठभेड़ में चरमपंती समूह के एक कमांडर और कई लड़ाके मारे गए थे. इसी का बदला लेने के लिए आतंकियों ने सेना पर हमला किया था. 

नाइजीरियाई सेना के लिए झटका
वहीं, इस हमले को नाइजीरियाई सेना के लिए एक झटका माना जा रहा है , क्योंकि सेना अक्सर दावा करती है कि वो विद्रोहियों को शांत कर दिया है.  ऐसे दावों के बावजूद आतंकी हमले जारी है. अबुजा स्थित सिक्योरिटी एक्सपर्ट सीनेटर इरोएग्बू ने कहा, राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी और निगीरा के उत्तरी पड़ोसियों के साथ सीमाओं के पार स्वतंत्र रूप से काम करने की चरमपंथियों की क्षमता के कारण युद्ध को समाप्त करना चुनौतीपूर्ण रहा है. उन्होंने कहा कि सेना को "बोको हराम की गतिविधियों और योजनाओं पर सटीक और समय पर खुफिया जानकारी" प्राप्त करने के लिए भी संघर्ष करना पड़ा है.

 276 स्कूली लड़कियों का किडनैप कर चर्चा में आया था बोको हराम
उल्लेखनीय है कि बोको हराम साल 2014, अप्रैल में इंटरनेशनल लेवल पर उस वक्त चर्चा में आया था, जब चरमपंथी समूह ने बोर्नो के चिबोक गांव से 276 स्कूली लड़कियों का किडनैप कर लिया, जिनमें आज भी दर्जनों लड़कियाँ लापता हैं.

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