एमसीडी के अफसरों ने बताया कि डेंगू और अन्य वेक्टर से होने वाली बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए "युद्ध स्तर" पर सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
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राजधानी दिल्ली में आचानक से डेंगू के मामलों में बढ़त देखने को मिली है. सितंबर महीनें के बीच तक 5000 डेंगू के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं. दिल्ली में डेंगू का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है. सितंबर के महीने में ही डेंगू के मरीज़ो में 70% से ज्यादा बढ़त दर्ज की गई. देश की राजधानी अब डेंगू हब बन गई है. सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी डेंगू के केस कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं.
दिल्ली मेयर ने की बैठक
मेयर शेली ओबेरॉय ने गुरुवार को सिविक सेंटर में एमसीडी के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के साथ दिल्ली में बढ़ती बीमारियों पर एक समीक्षा बैठक की. इस दौरान, अधिकारियों ने ओबेरॉय को बताया कि डेंगू और अन्य वेक्टर से होने वाली बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए "युद्ध स्तर" पर सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं और दिल्ली में हालात 'काबू' में हैं. बैठक के बाद जारी किए गए स्टेटमेंट में कहा गया कि दिल्ली में मलेरिया पूरी तरह से अंडर कंट्रोल है. इस साल राजधानी में अभी तक महज 352 मलेरिया के केस दर्ज किए गए हैं.
"बीमारियों से पूरी ताकत से निपट रही एमसीडी"
बयान के मुताबिक, मेयर ओबेरॉय ने कहा कि एमसीडी वेक्टर जनित बीमारियों से पूरी ताकत से निपट रही है और आने वाले 15 दिनों में डेंगू के मामले कम हो जाएंगे. दिल्ली के 250 वार्डों में 1,000 से अधिक मशीनों का इस्तेमाल करके इनडोर और आउटडोर फॉगिंग की जा रही है. स्टेटमेंट में ये भी कहा गया है कि, एमसीडी हर दिन 1.5 लाख से अधिक जगहों पर मच्छरों के लार्वा के प्रजनन की जांच कर रही है और नोटिस और चालान जारी किए जा रहे हैं.
आकड़े क्या कहते हैं?
नेशनल सेंटर फॉर बॉर्न डिजीज कंट्रोल ने जानकारी दी कि दिल्ली में 17 सितंबर तक डेंगू के मरीजों की तदाद 5 हजार 221 थी. वहीं एमसीडी के डेटा के मुताबिक अगस्त की शुरुआत तक दिल्ली में 348 केस आए थे. वहीं डेंगू की दर एक महीने में 71 प्रतिशत बढ़ गई है, जो कि परेशान करने वाली बात है. आपको बता दें कि एमसीडी की तरफ से हर हफ्ते डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का डेटा शेयर किया जाता है.