जामिया का VC बदलते ही हुआ प्रशासनिक फेरबदल; महताब आलम बनाए गए रजिस्ट्रार
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जामिया का VC बदलते ही हुआ प्रशासनिक फेरबदल; महताब आलम बनाए गए रजिस्ट्रार

Jamia News: हाल ही में मज़हर आसिफ को जामिया मिलिया इस्लामिया का नया कुलपति नियुक्त किया गया. वे फिलहाल जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पद पर नियुक्त थे. कुलपति की नियुक्ति के बाद प्रशासनिक फेरबदल हुआ है.

जामिया का VC बदलते ही हुआ प्रशासनिक फेरबदल; महताब आलम बनाए गए रजिस्ट्रार

Jamia News: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (JMI) ने मुहम्मद महताब आलम रिजवी को यूनिवर्सिटी का कार्यवाहक रजिस्ट्रार नियुक्त किया है. रिजवी यूनिवर्सिटी में नेल्सन मंडेला शांति और संघर्ष समाधान केंद्र के मानद निदेशक के रूप में कार्य करते हैं. वह डिप्टी रजिस्ट्रार-I एम. नसीम हैदर का स्थान लेंगे, जो पिछले कुछ महीनों से यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार के रूप में कार्य कर रहे थे.

20 साल का है अनुभव
रिजवी को शिक्षण और शोध का 20 साल से ज्यादा का अनुभव है. वह फरवरी 2017 में जामिया में शामिल हुए और उससे पहले उन्होंने दिल्ली के रक्षा अध्ययन और विश्लेषण संस्थान में फेलो के रूप में काम किया. नोटिफिकेशन में कहा गया है कि वह अंतरराष्ट्रीय संबंधों, विदेश नीति और सुरक्षा मुद्दों, विशेष रूप से पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका के देशों के साथ भारत के रणनीतिक संबंधों के विशेषज्ञ हैं. उनका शोध ईरान में राजनीतिक विकास, ईरान के परमाणु कार्यक्रम और ईरान-चीन आर्थिक, राजनीतिक और रक्षा संबंधों पर भी केंद्रित है. 

कई सरकारी परियोजनाओं में किया है काम
नोटिफिकेशन में कहा गया है, "रिजवी पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका क्षेत्र में विकास, पश्चिम एशिया में ऊर्जा सुरक्षा और वाना क्षेत्र में शांति और संघर्ष समाधान के करीबी पर्यवेक्षक रहे हैं. उन्होंने आईडीएसए और ईरान और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों के विदेश मंत्रालय की संयुक्त परियोजनाओं पर भी काम किया है." 

रिजवी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी न्यायालय के मनोनीत सदस्य हैं. वह मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU), हैदराबाद के संस्थागत शैक्षणिक अखंडता पैनल (IAIP) में बाहरी सदस्य भी हैं.

देश की तीसरी सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी 
देश की राजधानी दिल्ली में मौजूद सेंट्रल यूनिवर्सिटी जामिया मिल्लिया इस्लामिया साल 2020 में CAA और NRC आन्दोलन के बाद से अपनी उपलब्धियों के लिए कम और विवादों के लिए ज्यादा सुर्ख़ियों में रहने लगी है. ये हाल तब है, जब ये लगातार कई सालों से NIRF रैंकिंग में पढाई के स्तर में देश की तीसरी सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी का खिताब अपने नाम दर्ज कर रही है. 

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