इमरान प्रतापगढ़ी ने मुशायरे में किया खरगोन दंगों का जिक्र, बीजेपी वर्कर्स भड़के
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इमरान प्रतापगढ़ी ने मुशायरे में किया खरगोन दंगों का जिक्र, बीजेपी वर्कर्स भड़के

Emran Pratapgarhi: आरिफ मसूद के कांग्रेस के विधायक चुने जाने के चौथे साल के मौके पर मुशायरे का आयोजन किया गया. इसमें कांग्रेस के नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने खरगोन दंगों का जिक्र किया जिस पर बीजेपी के वर्कर्स ने हंगामा कर दिया.

इमरान प्रतापगढ़ी ने मुशायरे में किया खरगोन दंगों का जिक्र, बीजेपी वर्कर्स भड़के

Emran Pratapgarh: इमरान प्रतापगढ़ी काफी मशहूर शायर हैं. उनकी शायरी के लोग कायल हैं. लेकिन रविवार को उनके शेर पर बीजेपी के वर्कर नाराज हो गए. भोपाल में रविवार की रात कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी एक मुशायरे में शिरकत करने पहुंचे. लेकिन यहां उनके शेर और उनकी कही बातों पर हंगामा हो गया. यह मुशायरा कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के विधायक बनने के चार साल पूरे होने के मौके पर रखा गया था. इसमें शायर इरान प्रतापगढ़ी ने खरगोन दंगों का जिक्र किया. इससे बीजेपी के वर्कर्स नाराज हो गए और उन्होंने मुशायरे में हंगामा कर दिया.

पुलिस ने मामले को शांत कराया

बीजेपी के वर्कर्स मुशायरे में मौजूद नहीं थे. वो ऑनलाइन मुशायरे को सुन रहे थे. खरगोन दंगें का जिक्र सुन वह मुशायरे जगह पर पहुंचे और हंगामा कर दिया. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले को शांत कराया. 

क्या कहा इमरान ने?

मुशायरे में इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि "कुछ लोग ईंटें गिराकर सोचते हैं कि हम डर जाएंगे. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि मेरे हिंदुस्तां से मेरी निसबत कैसे तोड़ोगे. अपनी आंखों में खरगोन को और उन तमाम इलाकों को रखना, जिन्हें आप जानते समझते हैं. मैं बोलता हूं, क्योंकि मैं जिन्दा हूं. दुनिया कभी गूंगे की कहानी नहीं लिखती. जिन्हें लगता है कि इमरान सियासत में आने के बाद अपना लहजा नर्म कर लेगा या चुप हो जाएगा, मैं उनसे ये कहना चाहता हूं कि मुझे मजलूमों की आवाज सड़क पर भी उठानी है और संसद में भी उठानी है."

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बीजेपी नेताओं ने दिया रिएक्शन

मुशायरे में इमरान के बयान पर बीजेपी के प्रदेश कार्यसमित सदस्य कृष्णा घाड़गे ने कहा- "इमरान को जूतों की माला पहनाएंगे." उधर चिकत्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि "कांग्रेस विधायक के चार साल पूरे होने पर हुए कार्यक्रम में इस तरह की बातें की जाती हैं. ये कांग्रेस की जहनियत मानसिकता का परिचायक है. तुष्टीकरण की राजनीति करना, धर्म को धर्म से लड़ाना, जाति को जाति से लड़ाना, ये कांग्रेस की परिपाटी है."

क्या है खरगोन मामला?

ख्याल रहे कि खरगोन में इसी साल 10 अप्रैल को रामनवमी के रोज दंगा भड़क गया था. इल्जाम है कि रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद यहां दंगा भड़का. दंगों में यहां कई सरकारी और निजी जायदाद को नुक्सान पहुंचाया गया. 20 दिन से ज्यादा दिन तक कर्फ्यू लगाया गया.

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