गोल-मटोल हरियाणवी लड़का Neeraj Chopra कैसे बन गया जैवलिन थ्रो का चैंपियन
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गोल-मटोल हरियाणवी लड़का Neeraj Chopra कैसे बन गया जैवलिन थ्रो का चैंपियन

Tokyo Olympics: जैवलिन थ्रो (भाला फेंक मुकाबला) में उन्होंने 87.58 मीटर की थ्रो के साथ भारत की झोली में पहला गोल्ड मेडल डाल दिया.

नीरज चोपड़ा ने दिलाया टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला गोल्ड, File Photo

टोक्यो: टोक्यो ओलंपिक्स (Tokyo Olympics) में आज का दिन भारत के लिए बेहद खास और आखिरी दिन है. हालांकि दिन की शुरुआत कुछ खास नहीं रही. गोल्फर अदिति अशोक (Aditi Ashok) मेडल से चूक गईं. लेकिन रेसलिंग में बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने भारत को ब्रॉन्ज दिया दिया और अब जेवलिन थ्रो फाइनल में भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने गोल्ड जीत लिया है.

भारत को गोल्ड दिलाने वाला ये जांबाज नीरज कौन हैं
नीरज चोपड़ा का तअल्लुक़ हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गांव से है. नीरज की पैदाइश 24 दिसंबर 1997 को एक किसान में हुई. उन्होंने उपनी तालीम चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से हालिस की. 

मोटापा दूर करने के किए खेल-कूद में हिस्सा लिया
शुरू में नीरज चोपड़ा मोटापे के शिकार थे. उनके बढ़ते मोटापे को देख कर घर वालों ने उन्हें खेल-कूद में रगबत दिलाई. जिसके बाद वह वजन कम करने के लिए पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में जाने लगे. शुरू में उनकी पहली पसंद क्रिकेट ही था, लेकिन स्टेडियम में जेवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों को देखकर उनके मन में आया कि मैं इसे और दूर तक फेंक सकता हूं. यही से नीरज चोपड़ा के मन से क्रिकेट आउट हो गया और जेवलिन थ्रो ने एंट्री की.

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2012 में हुई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने रिकॉर्ड मेडल जीते
शिवाजी स्टेडियम में कुछ वक्त तक मश्क करने के बाद जेवलीन थ्रो में ही करियर बनाने का सपना देखने वाले नीरज चोपड़ा ने पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम का रुख कर लिया. स्थानीय स्तर पर होने वाले मुकाबले में नीरज का शानदार प्रदर्शन शुरू हो चुका था. 2012 में हुई एथलेटिक्स चैंपियनशिप ने नीरज चोपड़ा ने कमाल का मुज़ाहिरा करते हुए नए रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता था. लेकिन, 2013 में यूक्रेन में आयोजित IAAF वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में उन्हें तगड़ा झटका लगा. इस इवेंट में नीरज चोपड़ा 19वें मकाम पर रहे थे. लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी और इस दौरान अपनी फिटनेस के साथ ही टेक्निक पर जमकर फोकस किया.

2016 में आईएएएफ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल की
साल 2016 में उन्होंने अपनी तालीम मुकम्मल की और इसी साल पोलैंड में हुए आईएएएफ चैंपियनशिप में उन्होंने 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर गुल्ड हासिल की. 23 वर्षीय नीरज एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद दूसरे भारतीय हैं जिन्होंने एथलेटिक्स में गोल्ड जीता है. नीरज की इस कामयाबी के बाद उन्हें फौज में ऑफिसर बानाया गया था.

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इसके अलावा, 2018 में एशियाई खेलों का आयोजन इंडोनेशिया के जकार्ता में किया गया. इस एशियाड में नीरज चोपड़ा ने 88.06 मीटर दूर भाला फेंक कर गोल्ड हासिल किया था. नीरज एशियाई खेलों में गोल्ड हासिल करने वाले भारत के पहले एथलीट हैं. नीरज से पहले 1982 में गुरतेज सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जाता था. साल 2018 में एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार मुज़ाहिरा करने वाले नीरज चोट का शिकार हो गए थे.

नीरज चोपड़ा के हासिल कर्दा मेडल
टोक्यो ओलंपिक्स (Tokyo Olympics) में गोल्ड मेडल, एशियन गेम्स 2018 जकार्ता गोल्ड मेडल, कॉमनवेल्थ गेम 2018 गोल्ड कोस्ट गोल्ड मेडल, एशियन चैंपियनशिप 2017 भुवनेश्वर गोल्ड मेडल, दक्षिण एशियाई खेल गुवाहाटी 2016 गोल्ड मेडल, वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप 2016 गोल्ड मेडल, एशियन जूनियर चैंपियनशिप 2016 सिल्वर मेडल..

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