कोविड-19 वबा की वजह से जामिया ने सुप्रीम कोर्ट के सामने सीबीएसई की तरफ से पेश कर्दा वैकल्पिक मूल्यांकन नीति पर अमल किया है.
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नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) ने आज दसवीं (रेगुलर) का नतीजा घोषित कर दिया है. कुल स्टूडेंट्स में से लगभग 48 फीसदी लड़के थे और 52 फीसदी लड़कियां थीं. इस बार के इम्तिहा में भी लड़कों के मुकाबिले में लड़कियों का मुज़ाहिरा बेहतर रहा है.
लड़कियों ने परीक्षा में लड़कों को पछाड़कर पहला मकाम हासिल किया है. सुमैया हसन खान ने 98.85 फीसदी नंबरों के साथ पहली पोजीशन हासिल की है. सादिया अमान और आरिशा मजीद जहूरी दोनों ने 97.85 फीसदी नंबर हासिल कर दूसरे मकाम पर बराबरी की. नफीसा हसन ने 97.71 फीसदी नंबरों के साथ तीसरा मकाम हासिल किया. कुल 595 स्टूडेंट्स ने डिस्टिंक्शन के साथ पहला कैटेगरी और 209 स्टूडेंट्स ने 90% से ज्यादा नंबर हासिल किए.
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गौरतलब है कि पिछले साल भी लड़कियों ने लड़कों पर बाज़ी मारी थी. पिछले साल बोर्ड परीक्षा में एनी अली (जेएसएसएस) ने 99.43 फीसदी नंबर लेकर जामिया स्कूलों में टॉप किया था, जबकि जुलेख अख्तर (जेजीएसएसएस) ने 98.71 फीसदी के साथ दूसरा और रबाब जहरा (जेजीएसएसएस) ने 98.43 फीसदी अंक लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था.
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कोविड-19 वबा की वजह से जामिया ने सुप्रीम कोर्ट के सामने सीबीएसई की तरफ से पेश कर्दा वैकल्पिक मूल्यांकन नीति पर अमल किया है, जिसे बोर्ड की जानिब से बनाए गए 13 रुक्नी समिति ने डिजाइन किया था.
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