Jia Khan Murder Case: आखिर जिया खान का केस इतना लंबा कैसे खिच गया? क्या-क्या केस में उतार चढ़ाव आए और किस-किसके पास जांच गई जानें पूरी डिटेल
Trending Photos
Jia Khan Murder Case: शुक्रवार को मुंबई कोर्ट जिया खान सुसाइड मामले में फैसला सुनाने वाली है. स्पेशल जज एसएस सैय्यद ने 20 अप्रैल को सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसले को सुरक्षित रख लिया था. आपको जानकारी के लिए बता दें ये केस 3 जून 2013 को शुरू हुआ था. इस दिन जिया खान फ्लैट में सीलिंग से लटकी हुईं पाई गईं थीं.
जिया खाने ने एक 6 पेज का लेटर भी लिखा था. जिसमें उसने सूरज पांचोली के साथ अशां संबंधों के बारे में भी जिक्र किया था. उसी के आधार पर, पंचोली पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था, और मुंबई पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद उन्हें 1 जुलाई, 2013 को बॉम्बे हाई कोर्ट ने जमानत दे दी थी.
जिया खान की वालिदाने इसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया था, और इस मामलो का जांट एसआईटी यानी स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम या सीबीआई को सौंपनी की गुजारिश की थी. उन्होंने अपने याचिका में कहा था कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसका मर्डर हुआ है. 2014 में हाई कोर्ट ने इस मामले को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया था.
इस मामले की सुनवाई सीबीआई के स्पेशल जज के जरिए होनी शुरू हुई. मामले की सुनवाई मार्च 2019 में शुरू हुई थी. दिसंबर 2015 में दायर अपनी चार्जशीट में, सीबीआई ने पंचोली पर भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था.
इसके बाद जिया खान की मां राबिया ने हाई कोर्ट से अपील की थी कि वह इस मामले को एफबीआई यानी फेडरल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेश को ट्रांसफर कर दे. क्योंकि जिया अमेरिका की नागरिक थी. हालांकि कोर्ट ने इस पिटीशन को रद्द कर दिया. इसके बाद पांचोली के लॉयर प्रशांत पाटिल जनवरी 2023 में स्पेशल कोर्ट पहुंच गए, और गवाहों को बुलाकर मामले में तेजी लाने की गुजारिश की.
सूरद पांचोली के वकील ने कहा कि सीबीआई ने केवल 14 विटनेस को पेश किया है, और ये मामला 2014 से लंबित है. मामले में देरी से पांचोली को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. इसके बाद मामले में तेजी लाई गई.