कहा जाता है कि इस मस्जिद की तामीर में मुसलमानों के सबसे मुकद्दस मकाम मक्का मुकर्रमा की मिट्टी का भी इस्तेमाल किया गया
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हैदराबाद: हैदराबाद की ऐतिहासिक मस्जिद "मक्का मस्जिद" को नमाज़ियों के लिए 10 महीने के लंबे अरसे के बाद खोल दिया गया है. हालांकि इस दौरान मस्जिद में टूरिस्ट नहीं आ सकेंगे. बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से ऐसा पहली बार हुआ कि यह मस्जिद इतने लंबे अरसे तक बंद रही.
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मार्च महीने में कोरोना वायरस की वजह से मस्जिदों-मंदिरों को बंद कर दिया गया था. सिर्फ मस्जिद के खतीब और इमाम को ही नमाज अदा करने की इजाज़त दी गई थी. कोरोना वायरस के मामलों आ रही कमी के बाद गुज़िश्ता जुमा के रोज़ आम लोगों को मस्जिद में नमाज अदा करने की इजाज़त दी गई.
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बता दें कि मक्का मस्जिद भारत में सबसे पुरानी मस्जिदों और सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है. इसका संगे बुनियाद साल 1617 में कुतुब शाही सल्तनत के बादशाह मुहम्मद क़ुली क़ुत्ब शाह ने रखा था. बताया जा ता है कि इस मस्जिद को बनाने में करीब 77 साल लगे थे. कहा यह भी जाता है कि इस मस्जिद की तामीर में मुसलमानों के सबसे मुकद्दस मकाम मक्का मुकर्रमा की मिट्टी का भी इस्तेमाल किया गया और यही वजह है कि नाम मक्का मस्जिद रखा गया.
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