नई शिक्षा नीति की पहली वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने कहा कि भविष्य में हम कितना आगे जाएंगे, कितनी ऊंचाई हासिल करेंगे, ये इस बात पर निर्भर करेगा कि हम अपने नौजवानों को आज कैसी तालीम दे रहे हैं.
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नई दिल्लीः मुल्क में नई शिक्षा नीति को नाफिज हुए एक साल हो गया है. इस मौके पर जुमेरात को वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी ने एक ग्रुप को खिताब करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को एक साल पूरा होने और इस पाॅलिसी को जमीन पर उतारने के लिए सभी देशवासियों, विद्यार्थियों, शिक्षकों, नीतिकारों को मुबारकबाद! मोदी ने कहा कि भविष्य में हम कितना आगे जाएंगे, कितनी ऊंचाई हासिल करेंगे, ये इस बात पर निर्भर करेगा कि हम अपने नौजवानों को आज कैसी तालीम दे रहे हैं. मैं मानता हूं भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मुल्क की तामीर में अहम रोल अदा करेगी. पीएम मोदी ने कहा कि आज बन रही संभावनाओं को साकार करने के लिए हमारे युवाओं को दुनिया से एक कदम आगे होना पड़ेगा, एक कदम आगे का सोचना होगा. हेल्थ हो, डिफेंस हो, इनफ्रास्ट्रक्चर हो, टेक्नाॅलजी हो, मुल्क को हर दिशा में समर्थ और आत्मनिर्भर होना होगा.
I am happy to share that there are 14 engineering colleges in 8 states which offer education in 5 different Indian languages including Hindi-Tamil, Telugu, Marathi, and Bangla: PM Modi pic.twitter.com/TbASJuP0Ec
— ANI (@ANI) July 29, 2021
नई शिक्षा नीति नौजवानों के हौसले के साथ
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने-आपने दशकों से ये माहौल देखा है कि अच्छी पढ़ाई करने के लिए विदेश जाना होगा, लेकिन अच्छी पढ़ाई के लिए विदेशों से स्टूडेंट्स भारत आयें, बेस्ट भारत आयें, बेस्ट यूनिवर्सिटी भारत आए ये अब हम देखने जा रहे हैं. नई ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ नौजवानों को ये भरोसा दिलाती है कि मुल्क अब पूरी तरह से उनके साथ है, उनके हौसलों के साथ है. मल्टीपल एंट्री और एग्जिट की जो व्यवस्था आज शुरू हुई है, इसने विद्यार्थियों को एक ही क्लास और एक ही कोर्स में जकड़े रहने की मजबूरी से आजाद कर दिया है.
साइन लैंग्वेज को मिली मान्यता
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय साइन लैंग्वेज को पहली बार एक भाषा विषय यानी एक भाषा का दर्जा दिया गया है. अब छात्र इसे एक भाषा के तौर पर भी पढ़ पाएंगे. इससे भारतीय साइन लैंग्वेज को बहुत बढ़ावा मिलेगा, हमारे दिव्यांग साथियों को बहुत मदद मिलेगी. पीएम ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में जैसे जैसे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अलग अलग फीचर्स हकीकत में बदलेंगे, हमारा मुल्क एक नए जमाने का तजुर्बा करेगा.
इंजीनियरिंग कॉलेजों में भारतीय भाषाओं में पढ़ाई
मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि 8 राज्यों के 14 इंजीनियरिंग कॉलेज, 5 भारतीय भाषाओं- हिंदी-तमिल, तेलुगू, मराठी और बांग्ला में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करने जा रहे हैं. इंजीनिरिंग के कोर्स का 11 भारतीय भाषाओं में ट्रांसलेशन के लिए एक टूल भी डेवलेप किया जा चुका है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम लॉन्च किया गया
पीएम मोदी ने कहा कि जिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रोग्राम को अभी लॉन्च किया गया है, वो भी हमारे युवाओं को फ्यूचर ओरिएंटेड बनाएगा, ड्राइवन इकोनॉमी के रास्ते खोलेगा.
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