Odisha Train Accident: मुर्दाघरों में अपनों को पहचानना मुश्किल, लाशों की लगी ढ़ेर
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Odisha Train Accident: मुर्दाघरों में अपनों को पहचानना मुश्किल, लाशों की लगी ढ़ेर

Odisha Train Accident: इस भयानक ट्रेम हादसे में अपनों को पहचानना मुशकिल हो गया है. मुर्दाघरों में लसों की ढ़ेर लगी हुई है. और स्कूलों को मुर्दाघर बना दिया गया है.

Odisha Train Accident: मुर्दाघरों में अपनों को पहचानना मुश्किल, लाशों की लगी ढ़ेर

Odisha Train Accident: ओडिशा बालासोर में भयानक ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या  288 हो गई है.और घायलों की संख्यां 900 से ज्यादा है. इस दर्दनाक घटने ने देश को हिल कर रख दिया है. देश के पीएम मोदी ने भी घटनास्थल पर जेकर जायजा लिया और बालासोर के मेडिकल हॅास्पीटल में जाकर घायलों से मिले. और जरूरी निर्देश दिए.

ओडिसा के  मुर्दाघरों में लाशें बिखरी हुई हैं. राज्य के सारे मुर्दाघर लाशों से भर गये हैं.लाश रखने की जगह नहीं है. अब मुर्दा को रखने के लिए अस्थाई तौर पर मुर्दाघर बनाया जा रहा है. लोगों को अपनों की लाश के लिए दर दर भटक रहे हैं. तलाश कर रहे हैं. लाशों को पहचान कर पाना मुश्किल हो गया है. 

आपको बतादें कि लाशों को सही सलामत रखने के लिए  शिलपाल तालुक नोसी में एक अस्थायी शवगृह बनाया गया है. लेकिन हादसा इतना भयानक था कि शवों हतान कर पाना बहुत मुश्किल है. और अबी तक कई शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है.जिनके कारण मरने वालों के परिवार का पता हीं चल पा रहा है. प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है.    

स्कूल बने मुर्दाघर
स्थानीय पत्रकार के अनुसार कई स्कूलों को भी मुर्दाघर में तब्दील कर दिया गया है. और सभी शवों को लाईन से रख दिया है ताकि पहचान करने वालों को कोई परेशानी न हो. जानकारी के अनुसार रखे गए शवों के परिजनों का अभी तक पता नहीं चल सका है.और जब तक पता नहीं चल जाता तब तक सभी शवों को यहीं पर रखा जाएगा. शवों का पोस्टमार्टम शिनाख्त होने के बाद होगा ये सारी बात डॉक्टरों ने बताई.

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वातानुकूलित अस्थाई मुर्दाघर तैयार
अब सवाल यह है कि शवों को मुर्दाघर के बाहर भी नहीं छोड़ा जा सकता क्योंकि शव सड़ सकते है.इस लिए प्रशासन ने एक अस्थाई मुर्दाघर का बंदोबस्त किया है जो कि एक गोदाम है. जो पूरी तरह से वातानुकूलित है.यहां पर चारों ओर लाशों का अंबार लगा हुआ है. इस अ्थायी शवगृह में 52 लोगों को रखा गया है जिसमें से कि तीन लोगों की ही पहचान हो सकी है.

स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य में लिया बढ़चढ़कर हिस्सा
देश के प्रधानमंत्री सहित ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं.

बचाव अभियान में  सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल जुटे हुए हैं. और स्थानीय निवासी बचाव कार्य में बढ़चढ़कर के  मदद करते नजर आए. पीएम  मोदी ने भी घटनास्थल पहुंचे और घायलों से बालासोर मेडिकल में मुलाकात की.

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