Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में काफी सियासी उठापटक चली. अब राज्य को नया सीएम मिल गया है. लेकिन विधायकों के बाग़ी होने से लेकर उद्धव ठाकरे के इस्तीफे तक काफी सियासी घमासान चला. अब संजय राउत का बयान सामने आया है.
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Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में काफी सियासी घमासान चला. जिसके बाद राज्य में नई सरकार बन गई है. इस सियासी घमासान के बीच कई शिवसेना नेता बाग़ी हुए अब इसी मामले को लेकर संजय राउत का बयान सामने आया है. उन्होंने एक बड़ा खुलासा किया है. संजय राउत ने कहा है कि उन्हें भी गुवाहाटी जाने का मौका मिला था पर मैं बालासाहेब को फॉलो करता हूं. इसलिए मैं वहां नहीं गया. इस बात की जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई से मिली है.
आपको बता दें ईडी संजय राउत से पात्रा चौल भूमि घोटाले में पूछताछ कर रही है. पहले उन्हें ईडी ने जांच के लिए एक नोटिस जारी किया था जिसके लिए उन्होंने वक्त मांगा था. लेकिन ईडी ने दोबार उन्हें जांच के लिए बुलाया. वह 30 जून को ईडी के समक्ष पेश हुए थे. संजय राउत ने इस मामले को लेकर कहा- एक जिम्मेदार नागरिक और सांसद के तौर पर अगर कोई जांच एजेंसी (ईडी) मुझे समन करती है तो पेश होना मेरा फर्ज है. उनके अधिकारियों ने मेरे साथ अच्छा व्यवहार किया है. उनसे कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं फिर आ सकता हूं.
आपको बता दें अब महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं. राज्य में लंबे वक्त से सियासी उठापटक जारी था. शिवसेना के कुछ नेताओं ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोला और बाग़ी हो गए. जिसके बाद यह विधायक मुंबई से सूरत गए और फिर वहां से उड़ान भर गुवाहाटी पहुंच गए. जहां वह हॉटल रेडिसन ब्लू में रुके. इसके बाद उन्हें मनाने की काफी कोशिशे हुईं लेकिन कोई हल नहीं निकला. बाग़ी विधायकों ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली और उनके लीडर एकनाथ शिंदे को बीजेपी ने महाराष्ट्र का महाराष्ट्र का नया सीएम बना दिया.
विधायकों के बाग़ी होने पर महाराष्ट्र के गवर्नर ने उद्धव सरकार को शक्ति प्रदर्शन करने के लिए कहा. जिसके बाद सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची जहां से कोर्ट ने उनके खिलाफ फैसला सुना दिया. इस सब घटनाक्रम के बाद पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे लाइव आए और उन्होंने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया.