Bihar News: बिहार पुलिस ने इंटरनेशनल फंडिंग से जुड़े एक मामले का पर्दाफाश किया है. पूर्णियाँ पुलिस ने अंतराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह के तीन शातिर पाकिस्तानी एजेंटो को गिरफ्तार किया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Bihar News: बिहार से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है. बिहार पुलिस ने इंटरनेशनल फंडिंग से जुड़े एक मामले का पर्दाफाश किया है. पूर्णियाँ पुलिस ने अंतराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गिरोह के तीन शातिर पाकिस्तानी एजेंटो को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि ये सभी पाकिस्तान एजेंट हैं और इंडिया में अपराध करवाने के लिए पाक से अपराध की योजना बनाते थे. जानकारी के मुताबिक पुलिस इस मामले की कई एंगल से जांच कर रही है. गिरफ्तार मुल्जिमों से पास से 5 सिम कार्ड, 6 मोबाइल, 96 हजार रुपया और 6 बैंक खातों के साथ एक बोलेरो भी बरामद की गई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंटेरनेशनल फंडिंग का ये खेल पिछले एक साल से चल रहा था. गिरफ्तार किए गए तीनों साइबर फ्रॉड पाक में बैठे हैंडलर के एजेंट के रूप में काम करते थे. जिन्हें फंडिंग की गई पैसे से 5 फीसदी हिस्सा मिलता था. ये पैसा पाकिस्तान वाया नेपाल के बैंक अकाउंट के जरिए अररिया के मकामी इन तीन लोगों के अकाउंड में भेजी जाती थी. एक साल में 50 लाख की फंडिंग पाकिस्तान से की गई है.
पुलिस के मुताबिक, पाक में बैठे हैंडेलर की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. तीनों मुल्जिम बिहार के अररिया जिले के रहने वाले हैं. इनकी पहचान कुर्साकांटा थाना इलाके के गरिया ले लोखंड वार्ड नंबर 5 मकामी मोहम्मद रहमान के बेटे मोहम्मद साकिम, महादेव प्रसाद साह के बेटे सुशील कुमार और फारबिसगंगज थाना इलाके के रामपुर वार्ड नंबर 3 मकामी इनामुल हक के बेटे मोहम्मद शाहनवाज आलम के रूप में हुई है.
पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक आमिर ने बताया, "ये तीनों साइबर फ्रॉड के काम से जुड़े हुए थे. बीते दिन एक शख्स से मोबाइल छीनकर उसके UPI से ऑनलाइन फ्लिपकार्ट से कुछ खरीदारी की थी. इसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया. जब इनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो इनके पाकिस्तान का कनेक्शन सामने आया है. इनके अकाउंट में पाक से आए लगभग 50 लाख रुपये हैं. इन रुपयों का नेपाल से ऑनलाइन ट्रांसफर किया गया था. इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है."
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