इंग्लैंड के अंडर-19 टीम का हिस्सा बना भारत के इस पूर्व क्रिकेटर के बेटा; श्रीलंका के खिलाफ पहली भिड़ंत
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इंग्लैंड के अंडर-19 टीम का हिस्सा बना भारत के इस पूर्व क्रिकेटर के बेटा; श्रीलंका के खिलाफ पहली भिड़ंत

Harry Singh Selected in England Under 19:  भारत के पूर्व क्रिकेटर आरपी सिंह 1986 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो एक दिवसीय मैच खेले थे और वह 1990 के दशक के आखिर में इंग्लैंड चले गए थे. 

हैरी सिंह

नई दिल्लीः भारतीय मूल का एक नेता जहां इंगलैंड में वहां का प्रधानमंत्री बनने के दौर में शामिल है, वहीं उससे पहले भारत के पूर्व तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह सीनियर के बेटे हैरी सिंह को श्रीलंका अंडर-19 के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज के लिए इंग्लैंड की अंडर-19 टीम में चुना गया है. उल्लेखनीय है कि आरपी सीनियर, लखनऊ के रहने वाले थे, और 1986 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो एकदिवसीय मैच खेले थे. वह 1990 के दशक के आखिर में इंग्लैंड चले गए थे. उन्होंने लंकाशायर काउंटी क्लब और इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के साथ कोच की भूमिकाएँ निभाईं थी

श्रीलंका की अंडर-19 टीम से खेलेंगे 
सिंह ने बताया है कि कुछ दिनों पहले, हमें ईसीबी से फोन आया कि हैरी को इंग्लैंड की अंडर-19 टीम के लिए चुना गया है, जो श्रीलंका की अंडर-19 टीम से खेलेगी. विशेष रूप से, भारतीय मूल के खिलाड़ियों सहित कई दक्षिण एशियाई ने इंग्लैंड की जूनियर टीमों का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन सिंह उन चुनौतियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं, जिनका उनके बेटे को सामना करना पड़ेगा, क्योंकि वह शीर्ष स्तर पर रहकर अपना कौशल दिखाना चाहते हैं. उनके बेटे हैरी ने लंकाशायर के लिए बल्लेबाजी की शुरुआत की.
 

हैरी को करनी पड़ेगी कड़ी मेहनत 
सिंह ने कहा, ’’यह आसान नहीं है, शीर्ष स्तर पर इसे बनाने के लिए आपको थोड़े से भाग्य और बहुत सारे रनों की आवश्यकता होती है. मैंने 90 के दशक में कई क्रिकेटरों को देखा है, जो घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते थे, लेकिन जब वे भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते थे तो वे काफी असफल रहे. जैसे-जैसे हैरी बड़ा होगा, उसे वो तकनीकी समायोजन करने होंगे, जो हर क्रिकेटर करता है.’’

हैरी आठ साल की उम्र में क्रिकेट खेल रहा है  
सिंह ने बताया कि हैरी ने आठ साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था. वह फुटबॉल में भी अच्छा था, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा होता गया, उसकी क्रिकेट में रुचि बढ़ती गई. तभी परिवार ने फैसला किया कि उसका इकलौता बेटा अपने पिता की कोचिंग में क्रिकेट खेलेगा. उन्होंने कहा, “वह तेज गेंदबाजी करता था, लेकिन मुझे पता है कि तेज गेंदबाजी और ओपनिंग बल्लेबाजी का काफी नुकसान हो सकता है. इसलिए मैंने उसे बल्लेबाजी जारी रखने की सलाह दी और अब वह ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करता है. यह अभी भी एक लंबी यात्रा है, लेकिन उसने जीत हासिल की है. यह उसके करियर में एक छोटा कदम है. 

ट्रेनिंग के लिए हैरी को भारत भेजेंगे पिता 
पिता सिंह ने कहा कि उनके कोच ने हैरी को मुंबई में दिलीप वेंगसरकर अकादमी भेजने का फैसला किया है, जहां वह भारत के पूर्व कप्तान के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेंगे. सिंह के मुताबिक, हैरी को एक ऐसा ऑलराउंड क्रिकेटर बनाने का विचार है, जो हर तरह की फॉर्मेट और स्तर पर खेल सके. सिंह ने कहा कि उसे बल्लेबाजी के गुर सीखने होंगे और वह ऐसा तभी कर सकता है जब वह भारत में ये कौशल सीखेगा. 

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