इजरायल ने गाजा पर लगातार हमले जारी रखे हैं, जिस पर पश्चिमी देश खामोश हैं. ऐसे में तुर्की ने रूस से कहा है कि गाजा में हमलों की वजह से मानवीय संकट बढ़ता जा रहा है.
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तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा है कि फिलिस्तीनी जमीन के प्रति 'बर्बरता' गहराती जा रही है. उन्होंने इल्जाम लगाया कि पश्चिमी देशों की चुप्पी गाजा में मानवीय संकट बढ़ा रही है. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, अपने रूसी समकक्ष के साथ टेलीफोन पर बातचीत में एर्दोगन ने कहा कि पश्चिमी देशों की चुप्पी गाजा में मानवीय संकट को बढ़ा रही है और नागरिक लगातार मारे जा रहे हैं.
तुर्की भेज रहा मदद
रिपोर्टों में एर्दोगन के कार्यालय के एक बयान का हवाला दिया गया है, जिसमें तुर्की के रुख को दोहराया गया है कि अंकारा क्षेत्र में शांति हासिल करने के लिए काम करना जारी रखेगा. संघर्ष शुरू होने के बाद तुर्की मिस्र के रास्ते गाजा में मदद भेजने की कोशिश करने वाले पहले देशों में से एक था. हमास की तरफ से चलाया चलाए गए गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का अनुमान है कि पिछले 24 घंटों में मरने वालों की तादाद 700 से ज्याजा हो गई है. 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायली हमलों में कम से कम 5,791 फिलिस्तीनी मारे गए हैं.
2360 बच्चे मारे गए
मंत्रालय ने कहा कि इस संख्या में 2,360 बच्चे शामिल हैं. मंत्रालय के एक प्रवक्ता, अशरफ अल-क़िद्रा ने कहा कि उन्हें 870 बच्चों सहित लापता लोगों की 1,550 रिपोर्टें मिली हैं और सुझाव दिया है कि लापता लोग अभी भी ढही हुई इमारतों के मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं. ब्रिटेन ने कहा कि 7 अक्टूबर को इजरायल में 12 ब्रिटिश लोग मारे गए और पांच का पता नहीं चला. बंधक बनाए गए लोगों के ब्रिटिश-इजरायली परिवारों ने लंदन में इजरायली दूतावास में एक प्रेस वार्ता की. मध्य लंदन में गाजा में मारे गए बच्चों के लिए आयोजित एक शोक सभा में भी लोगों ने हिस्सा लिया.
400 ठिकानों पर हमला
एक सोशल मीडिया पोस्ट में इजरायली रक्षा बलों ने पिछले 24 घंटों में 400 से अधिक लक्ष्यों पर हमला करने का दावा किया, जिसे "हमास की आतंकवादी क्षमताओं को नष्ट करने के लिए एक व्यापक पैमाने पर ऑपरेशन" के रूप में वर्णित किया गया था.
हमास ने रिहा किए दो कैदी
हमास ने "मानवीय और खराब स्वास्थ्य के आधार पर" गाजा से दो और बंधकों को रिहा कर दिया है. नुरिट कूपर, जिन्हें नुरिट यित्ज़ाक (79) के नाम से भी जाना जाता है और योचेवेद लिफ़शिट्ज़ (85) को उनके पतियों के साथ 7 अक्टूबर को गाजा सीमा के पास नीर ओज़ किबुत्ज़ से अपहरण कर लिया गया था. 85 वर्षीय दादी अब एक इजरायली अस्पताल में हैं, जहां उन्हें कैद से रिहा होने के बाद हमास के अधिकारियों को धन्यवाद देते देखा गया था, लेकिन इजरायल पहुंचने पर उन्होंने बताया कि उनका जीवन उलट-पुलट हो गया और कैद के दौरान उन्हें आतंक और नरक का सामना करना पड़ा.
अरब से मदद की अपील
इस बीच, हमास के अधिकारी ओसामा हमदान ने अरब, इस्लामिक देशों और संयुक्त राष्ट्र से गाजा पर इजरायल के हमले को रोकने की कोशिश करने का आग्रह किया. हमदान ने अरब देशों से इजरायल के साथ राजनयिक संबंधों के किसी भी सामान्यीकरण को समाप्त करने का भी आह्वान किया है.