क्या होती है 'न्यूक्लियर फुटबॉल'? ट्रंप के न होने से कैसे खड़ी हुई बाइडेन की समस्या, जानिए
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क्या होती है 'न्यूक्लियर फुटबॉल'? ट्रंप के न होने से कैसे खड़ी हुई बाइडेन की समस्या, जानिए

क्या आपने कभी न्यूक्लियर फुटबॉल के बारे में सुना है. अगर नहीं तो हम आपको बताने जा रहे हैं. यह एक ऐसा सूटकेस होता है जिसमें जो हमेशा राष्ट्रपति के साथ होता है.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: क्या आपने कभी न्यूक्लियर फुटबॉल के बारे में सुना है. अगर नहीं तो हम आपको बताने जा रहे हैं. यह एक ऐसा सूटकेस होता है जिसमें जो हमेशा राष्ट्रपति के साथ होता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब समस्या यह आ रही है कि यह सूटकेस JOE Biden को कैसे दिया जाएगा. 

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खबरों के मुताबिक जब कोई भी नए राष्ट्रपति शपथ लिया करते थे तो उसी वक्त पुराने राष्ट्रपति भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद होते थे और शपथ लेने के बाद ही यह न्यूक्लियर फुटबॉल नए राष्ट्रपति को सौंप दी जाती थी लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. क्योंकि डोनाल्ड ट्रंप नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. 

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अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद एयर फोर्स वन विमान से रात 9.30 बजे तक (भारतीय समयानुसार) फ्लोरिडा मेंबर्स क्लब मार-ए-लागो पहुंच जाएंगे. ऐसे में अब यह देखने वाली बात होगी कि जो बाइडेन का किस तरह यह न्यूक्लियर फुटबॉल दी जाएगी. 

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क्या होती है न्यूक्लियर फुटबॉल
दरअसल यह चमड़े का एक बैग होता है इसके अंदर एक मेटल का ब्रीफकेस होता है. जिसके अंदर कई ऐसे डिवाईस होते हैं. जो न्यूक्लियर हमले का मैसेज पहुंचाने के लिए बहुत जरूरी होते है. इसमें इमरजेंसी कम्युनिकेशन टूल्स होते हैं, जिनकी मदद से अमेरिका के प्रेसिडेंट कहीं से भी बात कर सकते हैं. इसके अलावा इसमें लगे कम्युनिकेशन सिस्टम की वजह से राष्ट्रपति सीधे पेंटागन से राब्ता कर सकते हैं.

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न्यूक्लियर फुटबॉल में एक ब्लैक बुक रखी होती है. जिसमें दुश्मन मुल्कों की डिटेल होती है और साथ ही अमेरिका के न्यूक्लियर बम कहां-कहां तैनात हैं इसकी भी जानकारी होती है. इसी न्यूक्लियर फुटबॉल में एक मैरून डायरी भी होती है. जिसमें ऐसे बंकरों की जानकारी होती है, जहां राष्ट्रपति न्यूक्लियर हमले के समय सुरक्षित रह सकते हैं. 

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सबसे अहम चीज है बिस्किट
इस बैग में मौजूद एक लैमिनेटेड कार्ड (बिस्किट) होता है. इस बिस्किट पर कुछ नंबर लिखे होते हैं, जो न्यूक्लियर सीक्रेट कोड हैं. उन्हीं सीक्रेट कोड के बताने पर अमेरिका की फौज राष्ट्रपति के आदेश पर न्यूक्लियर बम के ठिकानों से बताए गए दुश्मन पर हमला कर देती है.

जॉन एफ कैनेडी ने बनवाया था यह सिस्टम
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 1962 में उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने आदेश दिए थे कि एक ऐसा सिस्टम तैयार हो, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति के पास हमेशा न्यूक्लियर जंग के मुतबादिल मौजद रहें. तब से अमेरिका के हर राष्ट्रपति के साथ ये न्यूक्लियर फुटबॉल मौजूद रहता है.

इन जगहों पर मौजूद रहते हैं यह बैग
अमेरिकी मीडिया के मुताबिक अमेरिका में ऐसे तीन बैग हैं. पहला अमेरिका के सद्र के पास होता है, दूसरा व्हाइट हाउस में रहता है, जबकि तीसरा बैग वाइस प्रेज़िडेंट साथ रहता है.

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