Guru Gochar 2023: गुरु गोचर से बदलेगी इन 3 राशियों की तकदीर, करियर-कारोबार में मिलेगी जबरदस्त तरक्की
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Guru Gochar 2023: गुरु गोचर से बदलेगी इन 3 राशियों की तकदीर, करियर-कारोबार में मिलेगी जबरदस्त तरक्की

Jupiter Transit 2023: देवगुरु बृहस्पति अप्रैल के आखिरी सप्ताह में राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. उनके इस गोचर का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन 3 राशियों पर इसका शुभ असर देखने को मिलेगा.

 

guru gochar 2023

Guru Gochar 2023 Effect: गुरु का राशि परिवर्तन 22 अप्रैल 2023 सुबह 5:14 पर होने वाला है. इसके बाद 4 सितंबर को गुरु मेष राशि में वक्री हो जाएंगे. इसी समय शनि और बुध भी वक्री स्थिति में चल रहे होंगे. 31 दिसंबर को गुरु मेष राशि में पुनः मार्गी हो जाएंगे. 1 मई 2024 मेष राशि को छोड़कर वृष राशि में पहुंच जाएंगे. 22 अप्रैल 2023 को गुरु सूर्य, राहु और वक्र गति में चल रहे बुध के साथ भेट करेंगे. मई मध्य में सूर्य का परिवर्तन होगा और लगातार बढ़ रहे राहु के साथ मुलाकात होगी. इस बीच कुछ राशि वालों को विशेष ध्यान रखना होगा. 7 जून तक बुध को गुरु का सानिध्य प्राप्त होगा. गुरु को मिलने वाला साथ और ग्रहों से युति का प्रभाव सभी की कुंडली में विशेष प्रभाव डालेगा. कुछ मुख्य बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हैं. 

मेष- गुरु का परिवर्तन मेष राशि वालों के लिए विशेष रहने वाला है, क्योंकि गुरु इनके लिए भाग्य को बढ़ाने वाले ग्रह हैं और लग्न पर आ रहे हैं, जिससे जिम्मेदारियों, शुभ कार्य, वजन, व्यापार और  नौकरी में पदोन्नति होगी. विवाह योग्य लोगों के लिए गुरु शुभ समाचार लेकर आए हैं, लेकिन ध्यान रहें जल्दबाजी कतई न दिखाएं, नहीं तो नकारात्मक ग्रह आपको धोखा भी दिला सकते हैं.

सिंह- गुरु मूल त्रिकोण को एक्टिव करेंगे. सिंह राशि वालों के लिए गुरु धर्म, भाग्य और पिता के स्थान में आ रहे हैं. चूंकि, गुरु धर्म को बढ़ावा देते हैं. ऐसे में धार्मिक कार्यक्रम, मांगलिक कार्य और धार्मिक यात्राओं का सिलसिला तेजी पकड़ेगा. इस समय गुरु भाग्य को बढ़ाएंगे, जिससे यश और सामाजिक रूप से मान-सम्मान बढ़ेगा. पिता की पदोन्नति होगी, साथ ही उनके स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखने की सलाह है. 

धनु- इस राशि के स्वामी यानी गुरु पंचम स्थान पर प्रवेश करने जा रहे हैं. यहां पर आकर गुरु, बुद्धि, संतान और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देंगे. इस बात में कोई दोराय नहीं हैं कि गुरु जिस स्थान में बैठ जाते हैं, उस स्थान में भार बढ़ जाता है. ऐसे में मस्तिष्क पर उतना ही बोझ डालें, जितने में आपको मानसिक तौर पर परेशानियों का सामना न करना पड़े. ज्ञान में परिपक्व होंगे. संतान की प्रतीक्षा करने वालों के आंगन में किलकारियां गूंजेगी.

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