स्वप्न शास्त्र के अनुसार जब हम वर्तमान से जुड़ा कोई सपना देखते हैं, तो उसमें जान-पहचान के लोग और जगह देखते हैं. लेकिन पुनर्जन्म से जुड़ा सपना हमें अनजान चेहरे और जगह दिखाता है. वर्तमान में ये चेहरे हमारे लिए अनजान होते हैं पर इनका रिश्ता पुनर्जन्म से होता है.
अक्सर लोग अपने सपनों में खुद को देखते हैं. लेकिन जब सपने में खुद की पर्सनैलिटी खुद से ही अलग दिखाई दे ,तो समझ लें कि ये सपना पुनर्जन्म से जुड़ा है. इस तरह के सपने में हम खुद को बिल्कुल अलग रूप में देखते हैं.
स्वप्न शास्त्र के अनुसार कई बार हम एक ही सपना, एक ही व्यक्ति और एक ही जगह को बार-बार सपने में देखते हैं. ये सपने हमेशा एक जैसे ही दिखाई देते हैं. इनमें कोई बदलाव नहीं आता. इन सपनों के जरिए हमारी पूर्व जन्म की कोई बात हमसे इस जन्म में जुड़ना चाह रही होती है.
ज्योतिषीयों का कहना है कि कई बार व्यक्ति को सपने में चोट लगती दिखाई देती है. इस तरह के सपनों को बार-बार देखना और समझना मुश्किल हो जाता है. स्वप्न शास्त्र के अनुसार इस तरह के सपनों का संबंध पिछले जन्म से होता है.
कई बार व्यक्ति को सपने में ऐसा महसूस होता है कि उसे किसी चीज की कमी महसूस हो रही होती है. ये अहसास आपके पुनर्जन्म से जुड़ा हो सकता है. ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि आप पिछले जन्म में आधायत्मिक रूप से बेहद सक्रिय थे. लेकन इस जन्म में आधायत्म से दूर हैं.
कई बार हम सपने में खुद को बहुत थका-थका महसूस करते हैं. ये अहसास भी व्यक्ति को पुनर्जन्म के कारण होता है. सपनों में आपको ऐसा लगेगा कि आप बिल्कुल अलग जगह पर हैं. इसका अर्थ है कि आप पिछले जन्म में उस जगह पर अपनी जिंदगी का बेहद खूबसूरत समय बिता चुके हैं .
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