पाकिस्तान में कारों की बिक्री घटी, अकेले दिल्ली में उससे 4 गुना ज्यादा गाड़ियां बिकीं
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पाकिस्तान में कारों की बिक्री घटी, अकेले दिल्ली में उससे 4 गुना ज्यादा गाड़ियां बिकीं

Car Sales: पाकिस्तानी ऑटोमोटिव बाजार लड़खड़ा रहा है. यहां स्थिति बहुत गंभीर है क्योंकि कारों की बिक्री नहीं हो रही है. नवंबर 2023 में पूरे पाकिस्तान में जितनी कारें बिकीं, उससे चार गुना ज्यादा कारें अकेले दिल्ली में बिकी हैं.

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Car Sales In Pakistan: पाकिस्तानी ऑटोमोटिव बाजार लड़खड़ा रहा है. यहां स्थिति बहुत गंभीर है क्योंकि कारों की बिक्री नहीं हो रही है. पाकिस्तान ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (पीएएमए) के अनुसार, नवंबर 2023 में कारों की बिक्री घटकर केवल 4,875 यूनिट रह गई, जो नवंबर 2022 महीने से 68 प्रतिशत कम है. नवंबर 2022 में देश में 15,432 कारों की बिक्री हुई थी.

पाकिस्तान का पूरा ऑटोमोटिव उद्योग सिकुड़ रहा है. अधिकांश क्षेत्रों में बिक्री लगातार गिर रही है. खास तौर से कार बाजार को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. अगर भारत और पाकिस्तान में कार बिक्री की तुलना करें तो नवंबर के दौरान भारत में 2.88 लाख से ज्यादा कार बिकी हैं. केवल मारुति सुजुकी ने ही देश में 1.34 लाख से ज्यादा कारें बेची है. 

वहीं, पाकिस्तान में नवंबर 2023 के दौरान 4,875 कारें बिकी हैं. इससे ज्यादा कारें तो दिल्ली में भी बिकी हैं. दिल्ली में 80,000 से ज्यादा नए व्हीकल रजिस्टर हुए हैं, इनमें से लगभग 18,000 केवल कारें हैं. यानी, पूरे पाकिस्तान में जितनी कारें बिकी हैं, उससे चार गुना ज्यादा कारें अकेले दिल्ली में बिकी हैं.

पाकिस्तान में ग्राहकों की नई कार खरीदने की योजना पर कई कारक पानी फेर रहे हैं. कार की कीमतें प्रमुख कारक हैं. हाल के दिनों में पाकिस्तान में कारों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी गई है. कारों की बिक्री कम होने में फाइनेंसिंग भी एक कारण हैं. दरअसल, ऑटो फाइनेंसिंग दरें धीरे-धीरे बढ़ी हैं. 

देश की लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था और सामान्य मूल्य वृद्धि के कारण आम आदमी की खरीद क्षमता कम हो गई है. इसीलिए, वह व्हीकल्स में निवेश करने से बच रहे हैं. स्थिति यह है कि कई कार कंपनियां तो देश में अपनी फैक्टरी भी बंद चुकी हैं.

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