Noida में सेकेंड हैंड कार चलाने वाले सावधान! पुलिस अब मांगेगी यह डॉक्यूमेंट, तुरुंत बनवा लें
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Noida में सेकेंड हैंड कार चलाने वाले सावधान! पुलिस अब मांगेगी यह डॉक्यूमेंट, तुरुंत बनवा लें

Noida Traffic Police: अगर आप भी सेकेंड हैंड गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सावधान होने की जरूरत है. यहां की पुलिस एक खास चेकिंग अभियान चलाने जा रही है. अगर आप सही दस्तावेज नहीं दिखा पाते हैं तो आपका वाहन सीज किया जा सकता है. 

 

Noida में सेकेंड हैंड कार चलाने वाले सावधान! पुलिस अब मांगेगी यह डॉक्यूमेंट, तुरुंत बनवा लें

Second hand Cars: अगर आप नोएडा या ग्रेटर नोएडा में रहते हैं और सेकेंड हैंड गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. यहां की पुलिस एक खास चेकिंग अभियान चलाने जा रही है. अगर आप सही दस्तावेज नहीं दिखा पाते हैं तो आपका वाहन सीज किया जा सकता है. दरअसल, नोएडा और ग्रेटर नोएडा पुलिस एक से ज्यादा बार बेचे गए वाहनों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन शुरू कर रही है. पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के अनुसार, Pre-Owned वाहनों के मालिकों को अपने पंजीकरण दस्तावेजों (Registration Certification) को अपडेट करने की आवश्यकता है और ऐसा नहीं करने पर वाहनों को जब्ती किया जा सकता है. 

गौतम बौद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट एक से ज्यादा बार बेचे गए वाहनों के दस्तावेजों की चेकिंग और वेरिफिकेशन के लिए अभियान शुरू करने का जा रही है. तीनों जोन - नोएडा, सेंट्रल नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पुलिस टीमें जल्द ही ऐसे पुराने वाहनों की जांच शुरू करेंगी और अगर उनके ऑनर और पंजीकरण दस्तावेजों को अपडेट नहीं किया गया है तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा.

हिट एंड रन मामले के बाद कार्रवाई
यह फैसला हाल ही में हुई उस घटना के बाद लिया गया है, जिसमें ग्रेटर नोएडा से नए साल के मौके पर हिट एंड रन मामले में तीन बी.टेक छात्रों को एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी. छात्रों में से एक गंभीर रूप से घायल हो गई थी और उसे ब्रेन की सर्जरी करनी पड़ी थी. पुलिस को कार का पता लगाने और चालक को गिरफ्तार करने में कई दिन लग गए. 

पुलिस आयुक्त ने कहा, "संदिग्ध कार (एक सफेद सैंट्रो) और उसके पंजीकरण संख्या के पहले भाग 'यूपी 16' (गौतम बौद्ध नगर) पर हमारे पास जो भी जानकारी थी, उसके आधार पर हमने जांच शुरू की." परिवहन विभाग ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि यहां 12,000 सैंट्रो कारों का पंजीकरण किया गया था. वाहनों की एक और शॉर्टलिस्टिंग के बाद लगभग 1,000 कारें बचें और आखिरकार संख्या घटकर सिर्फ चार रह गई. इसके बाद 4 सेंट्रो में से आखिरकार अपराधी को पकड़ लिया गया."

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