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AMT से DCT तक, 4 तरह के होते हैं ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन, आपके लिए कौन-सा बेस्ट?

अलग-अलग जरूरतों और प्राइस सेगमेंट के हिसाब से मार्केट में कई तरह के ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (Automatic Transmission) मौजूद हैं. भारत में मुख्यत: 4 प्रकार के ऑटोमैटिक गियरबॉक्स बेचे जा रहे हैं, जिनमें AMT, CVT, DCT, और Torque Converter शामिल हैं.   

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Automatic transmission in cars: भारत में अब कार ग्राहकों के बीच मैनुअल के साथ ऑटोमैटिक गियरबॉक्स की डिमांड भी बढ़ने लगी है. कंपनियों को कम बजट की गाड़ियों में भी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का विकल्प देना पड़ रहा है. अलग-अलग जरूरतों और प्राइस सेगमेंट के हिसाब से मार्केट में कई तरह के ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (Automatic Transmission) मौजूद हैं. भारत में मुख्यत: 4 प्रकार के ऑटोमैटिक गियरबॉक्स बेचे जा रहे हैं, जिनमें AMT, CVT, DCT, और Torque Converter शामिल हैं. आइए जानते हैं इनमें क्या अंतर होता है. 

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1. AMT (ऑटोमैटिक मैनुअल ट्रांसमिशन): AMT का मतलब ऑटोमैटिक मैनुअल ट्रांसमिशन होता है. यह ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का सबसे सस्ता प्रकार है. यह एक मैनुअल गियरबॉक्स की तरह की काम करता है, हालांकि क्लच और गियर शिफ्टिंग एक्चुएटर द्वारा कंट्रोल होती है. मैनुअल गियरबॉक्स के मुकाबले इसकी कीमत 50-60 हजार रुपये ज्यादा होती है. यह बाकी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स जितना स्मूद नहीं होता. इसलिए कई बार आपको झटके महसूस हो सकते हैं. इसका इस्तेमाल Maruti Alto, Baleno, Tata Tiago, Tata Nexon जैसी कारों में हो रहा है. 

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2. Torqe Converter: यह ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का एक पुराना तरीका है. इसमें गियर बदलने के लिए क्लच की जगह हाइड्रोलिक फ्लूइड कपलिंग काम करता है. इसमें काफी स्मूद ड्राइविंग एक्सपीरियंस मिलता है. हालांकि यह सेटअप साइज में काफी बड़ा होता है और इसका मेंटेनेंस भी तगड़ा है. 

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3. CVT (कंटीन्यूसली वेरिएबल ट्रांसमिशन): इस ऑटोमैटिक गियरबॉक्स की खासियत होती है कि इसमें गियर नहीं होते. इसमें एक बेल्ट होती है जो अलग-अलग साइज वाली दो पुली के साथ जुड़ी होती है. पुली का एक सिरा इंजन क्रैंकशाफ्ट से जुड़ा होता है और दूसरा सिरा व्हील शाफ्ट से. मैनुअल गियरबॉक्स के मुकाबले इसकी कीमत 1 लाख रुपए से 1.30 लाख रुपए ज्यादा होती है.

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4. DCT (डुअल क्लच ट्रांसमिशन): यह ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन डुअल क्लच के साथ आता है, जिसके चलते आपको तेज गियर शिफ्टिंग मिलती है. इनका काम करने का तरीका AMT गियरबॉक्स जैसा ही है. हालांकि इसमें एक की जगह दो सब-ट्रांसमिशन होते हैं. एक क्लच विषम संख्या वाले गियर (1,3,5,7) और दूसरा क्लच सम संख्या वाले गियर (2,4,6) के लिए ज़िम्मेदार होता है. इसकी वजह से गियर तेजी से बदल पाते है. मैनुअल गियरबॉक्स के मुकाबले इसकी कीमत 1 लाख रुपए से 1.50 लाख रुपए ज्यादा होती है.

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