पौराणिक कथा के अनुसार यूपी के बहराइच क्षेत्र को भगवान ब्रह्मा की राजधानी कहा गया है. इसका नाम पहले 'ब्रह्माइच'था. कथा है कि सृष्टि की शुरुआत में ब्रह्मा जी ने यहीं पर ऋषियों का सम्मेलन किया था. कहा जाता है कि ब्रह्मा जी ने यहां के वन क्षेत्र को ऋषियों और साधुओं की पूजा के स्थान के रूप में विकसित किया था. आज भी जिले का 100 वर्ग किमी का इलाका जंगल से ढका है. बहराइच जिले में दो लोकसभा सीटें आती हैं- बहराइच और कैसरगंज. बहराइच एससी सीट है. इस लोकसभा सीट में पांच विधानसभाएं आती हैं जिसमें बाल्हा और नानपारा भारत-नेपाल सीमा से सटा इलाका है. बहराइच लोकसभा क्षेत्र में 17 लाख के करीब मतदाता हैं. इसमें 8 लाख महिलाएं हैं.यह मुस्लिम बहुल इलाका है जिसमें 35 फीसदी से अधिक मुसलमान रहते हैं. 16 फीसदी दलित मतदाता और पिछड़ी जाति के लोगों की भी अच्छी खासी आबादी है. सुरक्षित सीट होने के कारण दलित वोट पर सबकी नजर होती है.
और पढ़ें