Chaitra Navratri Shubh Muhurat: नवरात्रि का त्योहार पूरे देश में बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता है. बुधवार 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरु हो रहे हैं और इसके साथ ही हिंदू नववर्ष का आरंभ हो जाएगा. मान्यता है कि नवरात्रों में व्रत और विधिविधान से पूजा-पाठ करने से आपको माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनकी कृपा सदैव आप पर बनी रहती है. लिए जोरो-शोरों से तैयारी की जाती है. लेकिन अगर आप नौ दिनों तक व्रत, उपवास नहीं कर पा रहे हैं तो आप इन उपायों को करके माता रानी को प्रसन्न कर सकते हैं.
आप नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत नहीं रख पा रहे हैं तो आप नवरात्रि के पहले (प्रथमा) और आखिरी दिन (अष्टमी) को व्रत-उपवास करके या फलाहार करके माता रानी को प्रसन्न कर सकते हैं.
अगर आप नौ दिन व्रत नहीं रख पा रहे हैं तो आप अपनी शक्ति और श्रद्धानुसार सप्तरात्र, पंचरात्र, त्रिरात्र या फिर एक रात्र, युग्मरात्र व्रत करना चाहिए.
प्रतिपदा से सप्तमी तिथि तक व्रत करने को सप्तरात्र व्रत कहा जाता है. पंचमी का एक भुक्त यानी एक बार भोजन कर, षष्ठी को नक्तव्रत यानी रात्रि में भोजन, सप्तमी को आयाचित यानी बिना मांगे, अष्टमी को उपवास और नवमी का पारणा करने से पंचरात्र व्रत पूर्ण होता है.
त्रिरात्र व्रत सप्तमी, अष्टमी और नवमी को किया जाता है. इस दौरान एक बार भोजन किया जाता है. एक रात्र व्रत प्रतिपदा से नवमी के बीच किसी एक तिथि को व्रत रखने से तथा युग्मरात्र व्रत आरंभ और अंतिम दिन यानी प्रतिपदा और नवमी व्रत रखने से होता है.
अगर आप नौ दिन व्रत नहीं कर पाएं तो इनमें से कोई भी व्रत आप संकल्प पूर्वक करें तो निश्चित ही मनोकामना की पूर्ति व सिद्धि प्राप्त होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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