हिंदू धर्म में जन्म कुंडली का काफी महत्व बताया गया है. कुंडली के आधार पर व्यक्ति के भविष्य को जाना जा सकता है. कई बार कुंडली में कुछ दोष और ग्रह दशा के कारण व्यक्ति को शादी में देरी का सामना करना पड़ता है. कुंडली में इस दोष को खत्म करने के लिए और विवाह संबंधित परेशानियों से निजात पाने के लिए कुछ सरल उपायों के बारे में बताया गया है.
शास्त्रों के अनुसार विवाह में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए 16 सोमवार के व्रत बेहद शुभ फलदायी माने गए हैं. कहते हैं कि लगातार 16 सोमवार का व्रत रखने से विवाह में होने वाली देरी टल जाती है. इस उपाय को लड़कियों के लिए काफी लाभकारी बताया गया है. व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करें. और उनका जलाभिषेक कर अपनी मनोकामना बताएं.
शास्त्रों के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की उम्र 31 से 35 वर्ष की हो चुकी है, तो ऐसे में घर के बाहर बरगद का पेड़ लगाना लाभदायी माना गया है. हर गुरुवार भगवान विष्णु की पूरे विधि- विधान के साथ पूजा करें. साथ ही, रोजाना दिन में 3 बार ओम ब्रूम बृहस्पतये नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. कहते हैं ऐसा करने में जल्द विवाद के योग बनते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कोई व्यक्ति मांगलिक है या कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर है, तो उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में जाकर शांति भात पूजा करवाएं. इसके साथ ही, किसी भी हनुमान मंदिर में मंगलवार के दिन बजरंग बलि को चोला अर्पित करें ऐसा करने से मंगल दोष समाप्त हो जाता है.
बता दें कि अगर किसी के विवाह में देरी का कारण शनि ग्रह या शनि दोष है, तो शनिवार के दिन किसी गरीब कन्या की शादी में दान करने से विवाह के योग बनने लगते हैं और जल्द ही अच्छी खबर सुनने को मिलती है.
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