6100 करोड़ रुपये के कालाधन में 90% देश से बाहर 30 बैंकों से गया: बैंक ऑफ बड़ौदा
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6100 करोड़ रुपये के कालाधन में 90% देश से बाहर 30 बैंकों से गया: बैंक ऑफ बड़ौदा

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) ने आज कहा कि 6,100 करोड़ रुपये के कथित काले धन के स्थानांतरण में से 90 प्रतिशत 30 बैंकों के बैंकिंग चैनल के जरिये हुआ है। बॉब के कार्यकारी निदेशक बी बी जोशी ने कहा, चूंकि जांच जारी है..हमारा अनुमान है कि इस मामले में शामिल राशि 6,100 करोड़ रुपये से कहीं कम है। उन्होंने कहा कि अभी इस चरण में मामले में शामिल निश्चित राशि के बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है।

6100 करोड़ रुपये के कालाधन में 90% देश से बाहर 30 बैंकों से गया: बैंक ऑफ बड़ौदा

नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) ने आज कहा कि 6,100 करोड़ रुपये के कथित काले धन के स्थानांतरण में से 90 प्रतिशत 30 बैंकों के बैंकिंग चैनल के जरिये हुआ है। बॉब के कार्यकारी निदेशक बी बी जोशी ने कहा, चूंकि जांच जारी है..हमारा अनुमान है कि इस मामले में शामिल राशि 6,100 करोड़ रुपये से कहीं कम है। उन्होंने कहा कि अभी इस चरण में मामले में शामिल निश्चित राशि के बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है।

जोशी ने कहा कि इसमें से ज्यादातर राशि 30 से अधिक बैंकों से आरटीजीएस या नेफ्ट के जरिये आई। 90 प्रतिशत राशि विभिन्न बैंकों से आई। सिर्फ 10 प्रतिशत नकद लेनदेन हमारी शाखा में हुआ। उन्होंने कहा कि जांच से इस धन को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी और पता चल जाएगा कि यह कालाधन है या नहीं। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले सप्ताह इस मामले की जांच शुरू की है। आरोप है कि 6,172 करोड़ रुपये की राशि बैंक ऑफ बड़ौदा से हांगकांग भेजी गई। यह राशि काजू, दलहन और चावल निर्यात के रूप में भेजी गई, जबकि वास्तव में निर्यात हुआ ही नहीं।

इसमें यह भी कहा गया है कि बैंक की अशोक विहार शाखा (नयी दिल्ली) में आयात के अग्रिम के रूप में 59 खातों में यह राशि जमा कराई गई। यह पैसा हांगकांग में कुछ चुनिंदा कंपनियों को भेजा गया। मई, 2014 से जून, 2016 के दौरान शाखा ने 59 चालू खाते खोले। जिनके जरिये बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा भेजी गई। बैंक ने इस बात को स्वीकार किया है कि यह शाखा विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के दिशानिर्देशों को पूरा नहीं करती है।

इसमें कहा गया है कि 33 ऐसे खाते जिनमें नकद लेनदेन हुआ। इसे वित्तीय खुफिया इकाई को भेजा गया क्योंकि इनमें बार-बार नकदी जमा कराई गई। गहन आंतरिक जांच के बाद यह मामला 24 सितंबर को सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय के अलावा वित्त मंत्रालय को भेजा गया। जोशी ने जोर देकर कहा कि बैंक ने इन अनियमित लेनदेन को पकड़ा और इसकी सूचना सीबीआई व ईडी को दी। जोशी ने बताया कि बैंक ने समवर्ती आडिटर की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।

 

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