PPF Scheme: सावधान! पीपीएफ में लगाया है पैसा तो रहें अलर्ट, इस एक गलती से हो सकता है रिटर्न में नुकसान
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PPF Scheme: सावधान! पीपीएफ में लगाया है पैसा तो रहें अलर्ट, इस एक गलती से हो सकता है रिटर्न में नुकसान

PPF Scheme: अगर पीपीएफ में अकाउंट खुलवा लिया है तो इसके ब्याज को लेकर काफी ध्यान रखना चाहिए. दरअसल, पीपीएफ अकाउंट में एक निश्चित दर से ब्याज दिया जाता है. हर तीन महीने में पीपीएफ अकाउंट में दिए जाने वाले ब्याज दर की समीक्षा की जाती है. वहीं अगर जरूरी लगा तो पीपीएफ अकाउंट में दिए जाने वाले ब्याज में बदलाव भी किया जाता सकता है.

PPF Scheme: सावधान! पीपीएफ में लगाया है पैसा तो रहें अलर्ट, इस एक गलती से हो सकता है रिटर्न में नुकसान

PPF Login: निवेश के कई सारे साधन उपलब्ध हैं. इन्हीं साधनों में सरकार की ओर से भी कई स्कीम चलाई जा रही है. इन्हीं स्कीम में पीपीएफ स्कीम भी शामिल है. पीपीएफ स्कीम सरकार के जरिए चलाई जा रही है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड के जरिए लोगों को लंबे टाइम के लिए इंवेस्टमेंट करना होता है. साथ ही इसमें लॉकइन पीरियड भी होता है. इस लॉकइन के जरिए लोगों को 15 साल तक पीपीएफ में पैसा जमा करना होता है. इसके बाद ही मैच्योरिटी अमाउंट हासिल होगा. हालांकि इसमें कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए.

ब्याज में बदलाव
अगर पीपीएफ में अकाउंट खुलवा लिया है तो इसके ब्याज को लेकर काफी ध्यान रखना चाहिए. दरअसल, पीपीएफ अकाउंट में एक निश्चित दर से ब्याज दिया जाता है. हर तीन महीने में पीपीएफ अकाउंट में दिए जाने वाले ब्याज दर की समीक्षा की जाती है. वहीं अगर जरूरी लगा तो पीपीएफ अकाउंट में दिए जाने वाले ब्याज में बदलाव भी किया जाता सकता है.

ब्याज दर
फिलहाल पीपीएफ अकाउंट में सरकार की ओर से 7.1 फीसदी का सालाना ब्याज मुहैया करवाया जा रहा है. वहीं इस स्कीम में लोगों को किसी वित्त वर्ष में कम से कम 500 रुपये का इंवेस्टमेंट जरूर करना होता है. इसके अलावा लोग एक वित्त वर्ष में ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपये का इंवेस्टमेंट इस स्कीम में कर सकते हैं.

पीपीएफ अकाउंट
हालांकि लोग को एक बात काफी अच्छे से ध्यान रखनी होगी. दरअसल, लोगों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि अगर किसी वित्त वर्ष में आप 500 रुपये का मिनिमम इंवेस्टमेंट भी नहीं कर पाते हैं तो आपका पीपीएफ अकाउंट निष्क्रिय हो जाएगा. जिसके कारण आपके खाते में मिलने वाले ब्याज पर भी बड़ा असर पड़ने वाला  है.

मिनिमम बैलेंस
ऐसे में हर साल अपने पीपीएफ अकाउंट में मिनिमम बैलेंस जरूर डलवाएं, ताकी आपका पीपीएफ अकाउंट निष्क्रिय न हो. इसके अलावा अगर पीपीएफ अकाउंट निष्क्रिय हो जाता है तो कुछ पेनेल्टी अमाउंट के जरिए वापस पीपीएफ अकाउंट को चालू करवाया जा सकता है.

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