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नई दिल्ली : भारत एल्युमिनियम कंपनी (बाल्को) को कोयला खान नीलामी के आठवें दिन एक और कोयला ब्लाक मिला है। इसके साथ ही मौजूदा नीलामी में बिकने वाली खानों की संख्या बढकर 18 हो गई। इससे संबंधित राज्यों को एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की राजस्व प्राप्ति होगी।
बीती देर रात हिंडाल्को इंडस्ट्रीज को गारे पालमा-4 को चार खान छत्तीसगढ़ में मिली थी। आदित्य बिड़ला समूह की इस कंपनी को अब तक छत्तीसगढ़ में दो व झारखंड में एक खान हासिल हो चुकी है। कोयला ब्लॉक नीलामी के पहले चरण में कुल 19 ब्लाक की पेशकश की गई थी जिसमें से 18 ब्लॉक आठ दिन में बिक गये। एक ब्लॉक गारे पालमा चार-7 (छत्तीसगढ़) बचा है। इसके लिए सबसे अधिक 12 बोलियां तकनीकी रूप से पात्र पाई गई थीं।
कोयला मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘गारे पालमा चार-एक खान (छत्तीसगढ़) के लिए बोली 1,585 रुपये प्रति टन पर बंद हो गई और इसकी विजेता बाल्को है।’ इससे पहले इसी राज्य में बाल्को को चोटिया खान हासिल की है। गारे पालमा चार : एक खान में उत्पादन योग्य भंडार 4.957 करोड़ टन है। इससे राज्य को 7,856 करोड़ रुपये की आय हो सकती है।
कोयला सचिव अनिल स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘गारे पालमा चार : चार के लिए हिंडाल्को ने सबसे ऊंची बोली 3001 रुपये प्रति टन लगाई।’ इससे लगभग 3,691 करोड़ रुपये की आय होगी। कोयला सचिव ने कल 16 ब्लॉकों की ब्रिकी के बाद कहा था कि ई-नीलामी से 83,662 करोड़ रुपये मिले हैं। लेकिन इन ब्लॉकों से राज्यों को भी रायल्टी के रूप में लगभग 12,801 करोड़ रुपये मिलेंगे।’ दो और खान बिकने से यह आंकड़ा एक लाख करोड रुपये को लांघ गया है।
अब तक कोयला ब्लॉक पाने वाली कंपनियों में रिलायंस सीमेंट, जीएमआर छत्तीसगढ़, हिंडाल्को, सनफ्लग आयरन एंड स्टील, जयप्रकाश एसोसिएट्स, जयप्रकाश पावर वेंचर्स, ओसीएल आयरन एंड स्टील, भारत एल्युमिनियम, एस्सार पावर एमपी, जिंदल पावर और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल है। हिन्डाल्को ने 15 फरवरी को झारखंड की कठोतिया खान को बोली में हासिल किया। इसके बाद 19 फरवरी को छत्तीसगढ़ की गारेल पांच : पांच खान भी जीत ली।
सूत्रों ने बताया कि कोयला खानों की वर्तमान में चल रही नीलामी में छत्तीसगढ़ की गारे पालमा चार : चार खान तीसरी खान है जिसे आदित्य बिड़ला समूह ने हासिल किया। इस खान में एक करोड 23 लाख टन निकासी योग्य कोयला भंडार है। इससे पहले यह खान जायसवाल नेको लिमिटेड के पास थी। कोयला सचिव ने यह भी कहा कि बिजली क्षेत्र की उल्टी बोली से भी अंतिम उपभोक्ता को शुल्क में कटौती के रूप में 37,050 करोड़ रुपये का फायदा होगा। पहले चरण की कोयला नीलामी का रविवार को अंतिम दिन है।