DMart Share Price: कोरोना काल में बाजार में भारी मार देखने को मिली थी, जिसके बाद बाजार में लगातार नीचे का सर्किट लगा था. 23 मार्च 2020 को बाजार में सर्किट डाउन हुआ था, लेकिन कोरोना काल में एक तरफ जहां सभी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी.
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Basant Maheshwari News: कोरोना काल में बाजार में भारी मार देखने को मिली थी, जिसके बाद बाजार में लगातार नीचे का सर्किट लगा था. 23 मार्च 2020 को बाजार में सर्किट डाउन हुआ था, लेकिन कोरोना काल में एक तरफ जहां सभी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. वहीं, इन सबके बीच एक कंपनी एक्स्ट्राऑर्डिनरी परफॉर्म किया था. आइए आज आपको बताते हैं बसंत माहेश्वरी (Basant Maheshwari) ने क्या नई जानकारी दी है-
ट्रेड टू ट्रेड क्या होता है?
बसंत माहेश्वरी (basant maheshwari) के मुताबिक, 4 मार्च 2020 को डी मार्ट को ट्रेड टू ट्रेड पर डाल दिया गया था. ट्रेड टू ट्रेड में यह होता है कि अगर आप कोई शेयर बेचें तो आपके पास में उस कंपनी के शेयर सुबह मार्केट ओपनिंग के टाइम होने चाहिए. वहीं, अगर आप कोई शेयर खरीदें तो आपके पास पैसे होने चाहिए उस शेयर की डिलीवरी लेने के लिए तो इस स्थिति में सट्टा बाजार पूरी तरह से खत्म हो जाता है.
कोरोना में निवेशक ब्लैंक शेयरों को कर रहे थे शॉर्ट
मार्केट एक्सपर्ट ने कहा कि कोरोना के समय में जैसे ही बाजार ओपन होता था लोग ब्लैंक बेच देते थे. उदाहरण के लिए - अगर हमारे पर बजाज फाइनेंस है तो सवा नौ बजे निवेशक हजारों की संख्या में शेयरों को शॉर्ट कर देते थे क्योंकि उस समय पर निवेशकों को पता था कि बाजार का ट्रेड नीचे है.
17 फीसदी फिसले थे सिर्फ शेयर
बसंत माहेश्वरी ने कहा कि ऐसी स्थिति में अगर कोई डीमार्ट को शॉर्ट करने जाता तो साढ़े तीन बजे भी निवेशकों को शेयर डिलीवरी लगानी पड़ती थी क्योंकि ये शेयर ट्रेड टू ट्रेड में था, जिसकी वजह से 23 मार्च 2020 तक निफ्टी 32 फीसदी गिरा था, लेकिन डी मार्ट के शेयर्स सिर्फ 17 फीसदी ही गिरे थे.
निफ्टी में आई ज्यादा गिरावट
बसंत माहेश्वरी के मुताबिक, डी मार्ट के शेयरों में ज्यादा गिरावट आनी चाहिए थी क्योंकि देशभर में लॉकडाउन लग गया था. ग्रॉसरी की सेल नहीं हो रही थी, लेकिन इस स्टॉक ने आउट परफॉर्म किया. इसके बाद करीब 25 मई तक जब कंपनी के नतीजे आए तो डी मार्ट के प्रॉफिट 85 फीसदी नीचे थे वहीं, स्टॉक 4 फीसदी ऊपर था. वहीं, निफ्टी में भी 20 फीसदी की गिरावट आ गई थी.
शेयर पर नहीं पड़ पाई सटोरियों की नजर
एक्सपर्ट के मुताबिक, ट्रेड टू ट्रेड में होने की वजह से यह स्टॉक संभल गया और बच गया, जिसकी वजह से इस शेयर में सटोरियों की नजर नहीं पड़ पाई. आज भी डी मार्ट के शेयर F&O में नहीं है. आप इस शेयर को ब्लैंक शॉर्ट नहीं कर सकते हैं.
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