Tata Group: विस्तारा एयरलाइन अपने ब्रांड के तहत 11 नवंबर को आखिर फ्लाइट का संचालन करेगी. यानी 12 नवंबर 2024 से किसी भी रूट पर विस्तारा की फ्लाइट का संचालन नहीं किया जाएगा. इसके बाद विस्तारा की फ्लाइट सर्च को एयर इंडिया पर री-डाइरेक्ट कर दिया जाएगा.
Trending Photos
Air India Vistara Merger: विस्तारा एयरलाइन और एयर इंडिया के बीच लंबे समय से चल रहे मर्जर प्रोसेस को 12 नवंबर को अंतिम रूप दिये जाने की उम्मीद है. सरकार ने एयर इंडिया-विस्तारा मर्जर के रूप में सिंगापुर एयरलाइंस की तरफ से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को मंजूरी दे दी है. अपडेट के अनुसार विस्तारा एयरलाइन अपने ब्रांड के तहत 11 नवंबर को आखिर फ्लाइट का संचालन करेगी. यानी 12 नवंबर 2024 से किसी भी रूट पर विस्तारा की फ्लाइट का संचालन नहीं किया जाएगा.
एयर इंडिया का मालिकाना हक टाटा ग्रुप के पास
आपको बता दें विस्तारा, टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस का ज्वाइंट वेंचर है. एयर इंडिया का मालिकाना हक टाटा ग्रुप के पास है. विस्तारा की तरफ से शुक्रवार को जारी प्रेस नोट के अनुसार '3 सितंबर 2024 से ग्राहक 12 नवंबर 2024 या उसके बाद की यात्रा के लिए विस्तारा की फ्लाइट की बुकिंग नहीं कर पाएंगे.’ इसके बाद, विस्तारा की फ्लाइट क ऑपरेशन पूरी तरह एयर इंडिया की तरफ से किया जाएगा और इन विमानों की तरफ से संचालित मार्गों के लिए बुकिंग एयर इंडिया की वेबसाइट पर पुनः निर्देशित की जाएगी.
बड़ा बेड़े होने से बेहतर यात्रा का अनुभव मिलेगा
फ्लाइट बुकिंग को एयर इंडिया की वेबसाइट पर रीडायरेक्ट किया जाएगा. हालांकि विस्तारा 11 नवंबर, 2024 तक नॉर्मल तरीके से विमानों का संचालन जारी रखेगा. विस्तारा के सीईओ विनोद कन्नन (Vinod Kannan) ने कहा कि मर्जर के बाद कस्टमर के पास ज्यादा ऑप्शन हो जाएंगे. साथ ही बड़ा बेड़े होने से बेहतर यात्रा का अनुभव भी मिलेगा. इस बीच, एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने सर्विस, कर्मचारियों और कस्टमर केयर के निर्बाध एकीकरण को सुनिश्चित करने के बारे में भी जानकारी दी.
नवंबर 2022 में हुआ मर्जर का ऐलान
उन्होंने कहा, हमारी टीमें यह फिक्स करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं कि ट्रांजिशन पीरियड स्मूथ और हमारे कस्टमर को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा. मर्जर के बारे में पहली बार नवंबर 2022 में जानकारी सामने आई थी. इस मर्जर के बाद दुनिया के बड़े एयरलाइन ग्रुप में से एक का निर्माण होगा. एयरलाइन इंडस्ट्री के दो बड़े खिलाड़ियों के साथ आने से इंडस्ट्री को नई ताकत मिलेगी.
एयर इंडिया ने एक अलग प्रेस नोट में एयरलाइन में सिंगापुर एयरलाइंस की तरफ से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी का स्वागत किया. इसमें कहा गया, ‘यह एक अहम उपलब्धि है, जो विस्तारा और एयर इंडिया के बीच मर्जर प्रोसेस और एयर इंडिया ग्रुप के व्यापक बदलाव को सुगम बनाती है.’