Coal Mining: अग्रवाल ने भरोसा जताया कि कंपनी 2025-26 तक एक अरब टन के उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त कर लेगी. उन्होंने कहा कि सारी परिस्थितियां कोयले के दाम बढ़ाने के पक्ष में हैं. बीते पांच वर्ष में दाम नहीं बढ़े. इस वर्ष वेतन को लेकर भी बातचीत चल रही है जिसका कंपनी की वित्तीय स्थिति पर असर पड़ेगा, विशेषकर उन कुछ अनुषंगियों पर जहां मानव संसाधन की कीमत बहुत अधिक है.
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Coal: महंगाई का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. हर दिन किसी न किसी चीज के दाम बढ़ रहे हैं. वहीं इस बीच कोयले के दाम को लेकर भी बड़ा अपडेट सामने आया है. दरअसल, अब कोयले की कीमतों में इजाफा होने का संकेत मिला है. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि कोयले के दाम जल्द ही बढ़ाए जा सकते हैं और अभी इस बारे में हितधारकों के साथ बातचीत चल रही है.
कोयला
अग्रवाल ने भरोसा जताया कि कंपनी 2025-26 तक एक अरब टन के उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त कर लेगी. उन्होंने कहा, ‘‘सारी परिस्थितियां कोयले के दाम बढ़ाने के पक्ष में हैं. बीते पांच वर्ष में दाम नहीं बढ़े. इस वर्ष वेतन को लेकर भी बातचीत चल रही है जिसका कंपनी की वित्तीय स्थिति पर असर पड़ेगा, विशेषकर उन कुछ अनुषंगियों पर जहां मानव संसाधन की कीमत बहुत अधिक है.’’ ऐसे में अब आने वाले वक्त में कोयले की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है.
कोयले की कीमत
अग्रवाल ने कोयले के दाम न बढ़ाए जाने पर दिक्कतें होने के बारे में भी बात की. एमजंक्शन के जरिए आयोजित कोल मार्केट्स कॉन्फ्रेंस में अग्रवाल ने कहा, ‘‘दाम नहीं बढ़ाने पर बहुत सारी समस्याएं पैदा हो जाएंगी. हितधारकों के साथ इस बारे में बात चल रही है और यह कदम जल्द ही उठाया जाएगा.’’
कोयले का उत्पादन
एक अरब टन के उत्पादन लक्ष्य के बारे में उन्होंने कहा कि इसे 2025-26 तक हासिल कर लिया जाएगा, हालांकि लक्ष्य प्राप्ति देश की जरूरत और निजी क्षेत्र की वृद्धि पर निर्भर करेगी. उन्होंने बताया कि कंपनी भूमिगत कोयला उत्पादन को मौजूदा 2.5-3 करोड़ टन से बढ़ाकर 2030 तक 10 करोड़ टन करना चाहती है.
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