बाजार में हाहाकार के लिए कोरोना के कहर को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Corona Virus) के कहर की वजह से गुरुवार को भारतीय बाजार में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली. नतीजतन शेयर बाजार में 3000 से भी ज्यादा अंक की गिरावट दर्ज हुई और इसी तरह निफ्टी में भी 950 अंक की गिरावट दर्ज की गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के बाद दुनिया भर के बाजारों में आज बड़ी गिरावट देखने को मिली.
दरअसल कोरोना के कहर और कच्चे तेल में गिरावट के कारण बने निराशाजनक माहौल में शेयर बाजार में बिकवाली का भारी दबाव बना हुआ था. शेयर बाजार में आई गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया भी कमजोर हुआ.
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इन स्टॉक्स को नुकसान
सेंसेक्स में फिलहाल एचडीएफसी, नेस्ले इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, कोटक बैंक, रिलायंस इंड्स्ट्रीज, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक और टाटा स्टील लाल निशान से नीचे नजर आ रहे हैं. इसी तरह निफ्टी में एशियन पेंट, डॉ. रेड्डी, आइशर मोटर्स, भारती एयरटेल, सिबला और मारुति सुजुकी के शेयर में गिरावट है.
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बाजार के जानकारों ने बताया कि कोरोनावायरस का प्रकोप दुनियाभर में गहराने और इससे निपटने के लिए उठाए जा रहे एहतियाती कदमों से बाजार में घबराहट का माहौल बना हुआ है. कोरोना का कहर और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में गिरावट के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी की आशंका बनी हुई है, जिसके चलते बिकवाली का दबाव बना हुआ है.
डॉलर के मुकाबले रुपया फिसला
डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को 61 पैसे फिसलकर 74.25 रुपये प्रति डॉलर पर खुला. कोरोनावायरस का प्रकोप दुनियाभर में गहराने के कारण वैश्विक बाजार पर मंदी की आशंकाओं से देसी करेंसी में कमजोरी आई है. रुपया बीते सत्र में मजबूती के साथ 73.64 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, लेकिन वैश्विक बाजार से मिले संकेतों और कोरोनावायरस को लेकर घरेलू बाजार में घबराहट के कारण रुपये में फिर कमजोरी आई है.
अमेरिकी शेयर बाजार में भी दर्ज हुई है गिरावट
बताते चलें कि बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में जबर्दस्त गिरावट देखी गई है. बेंचमार्क डाउ जोन्स 1400 अंकों से ज्यादा फिसला, जिससे संकेत लेते हुए एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली. सिंगापुर एक्सचेंज पर निफ्टी फ्यूचर्स करीब 4 पर्सेट से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार करते दिखाई दे रहे थे. संभावना जताई जा रही थी कि इसकी वजह से भारतीय शेयर मार्केट पर भी असर पड़ेगा.
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कच्चे तेल की कीमतों पर भी असर
तोक्यो बेंचमार्क निक्केई 2 पर्सेंट से ज्यादा नीचे, साउथ कोरिया कका कॉस्पी करीब सवा पर्सेंट और ऑस्ट्रेलिया का एएसएक्स शुरुआती ट्रेड में 2.6 पर्सेंट नीचे देखे गए. वहीं अमेरिका के यूरोप यात्रा पर बैन के बाद कच्चे तेल के दाम में और गिरावट दर्ज की गई. ब्रेंट क्रूड $34.76 प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया, हालांकि इसमें उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा था.
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